नैनीताल: अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों को अंकतालिका के साथ ही मिलेगा उपाधि पत्र

नैनीताल, अमृत विचार। प्रशासनिक भवन में गुरुवार को कुमाऊं विश्वविद्यालय की परीक्षा समिति की बैठक कुलपति प्रो. एनके जोशी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। इसमें परीक्षा से संबंधित विभिन्न प्रकरणों को समिति के सामने रखा गया। बैठक में नीतिगत, प्रक्रियागत और छात्रों के व्यक्तिगत आवेदन पत्रों को देखते हुए परीक्षा समिति के सदस्यों द्वारा सर्वसम्मति से निर्णय लिए गए।
बैठक में तय किया गया कि विश्वविद्यालय द्वारा अंतिम वर्ष व अंतिम सेमेस्टर के परीक्षा शुल्क के साथ ही उपाधि शुल्क भी लिया जायेगा, जिससे उत्तीर्ण होने वाले विद्यार्थियों को अंकतालिका के साथ ही उपाधि भी मिल सके। इसी के साथ उत्तीर्ण विद्यार्थियों की मुद्रित उपाधियों को उनके द्वारा लिखे गए घर के पते पर डाक द्वारा प्रेषित किया जायेगा, जिससे विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय के अनावश्यक चक्कर न लगाने पड़े।
बैठक में तय किया गया कि अगर किसी स्नातक पाठ्यक्रम में 20 से कम विद्यार्थी व परास्नातक पाठ्यक्रम में 15 से कम विद्यार्थियों का प्रवेश पंजीकृत होता है तो ऐसे पाठ्यक्रम को तत्काल बंद कर दिया जाएगा। कहा कि अगर कम छात्र संख्या वाले पाठ्यक्रम यदि किसी संस्थान या महाविद्यालय स्तर पर संचालित किये जाते हैं तो उसके लिए संबंधित संस्थान ही जिम्मेदार होंगे।
बैठक में यह भी तय किया गया कि परीक्षा आवेदन पत्र भरने के लिए विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित अंतिम तिथि तक समस्त संबद्ध महाविद्यालय परिसर विद्यार्थियों को परीक्षा आवेदन पत्र भरवाया जाना सुनिश्चित करेंगे। निर्धारित तिथि के बाद विशेष परिस्थितियों में विलंब शुल्क 500 रुपये के साथ 10 दिनों में परीक्षा आवेदन पत्र भरने की अनुमति दी जाएगी।
इस दौरान कुलपति जोशी ने कहा कि नई शिक्षा नीति के आधार पर पहली बार कुमाऊं विश्वविद्यालय में स्नातक प्रथम सेमेस्टर की परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी। उन्होंने छात्रों के विभिन्न समस्याओं के निस्तारण के लिाए एक चार सदस्यीय समिति का गठन भी किया।
परीक्षा समिति की बैठक का संचालन कुलसचिव दिनेश चंद्रा ने किया।