बांदा : निर्माणाधीन परियोजनाओं के निरीक्षण में डीएम ने पाईं तकनीकी खामियां

अमृत विचार, बांदा। जनपद में निर्माणाधीन परियोजनाओं के स्थलीय सत्यापन के अर्न्तगत जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने अटल आवासीय विद्यालय के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। निर्माण में तमाम प्रकार की कमियां पाये जाने पर जिलाधिकारी ने परियोजना के अन्तर्गत कराये गये सम्पूर्ण कार्यों की गुणवत्ता की तकनीकी व उच्च स्तरीय जांच के लिये शासन को …
अमृत विचार, बांदा। जनपद में निर्माणाधीन परियोजनाओं के स्थलीय सत्यापन के अर्न्तगत जिलाधिकारी अनुराग पटेल ने अटल आवासीय विद्यालय के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। निर्माण में तमाम प्रकार की कमियां पाये जाने पर जिलाधिकारी ने परियोजना के अन्तर्गत कराये गये सम्पूर्ण कार्यों की गुणवत्ता की तकनीकी व उच्च स्तरीय जांच के लिये शासन को प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिये।
पीडब्ल्यूडी अधिशाषी अभियन्ता (भवन) ने अवगत कराया कि यह परियोजना 13 अक्टूबर को स्वीकृत हुई है।
वर्तमान में इस परियोजना की कार्य समाप्ति की सम्भावित तिथि 31 मार्च है। जिलाधिकारी ने द्वारा विद्यालय के अन्दर एकेडमिक ब्लाक, ब्वायज व गर्ल्स हास्टल, टाइप-3 आवास, प्रधानाचार्य आवास, टाइप-1 एवं टाइप-2 आवास, बाउन्ड्रीवाल, कैन्टीन एवं सब स्टेशन में चल रहे निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान एकेडमिक ब्लाक व प्रिसिपल रेजीडेन्स में स्ट्रक्चर का कार्य पूर्ण पाया गया।छात्रावास के भूतल पर स्लैब कार्य 77 प्रतिशत पूर्ण है। छात्रावास की बीमों में सैगिंग व हनीकॉम्बिंग पाई गई।
सटरिंग की क्वालिटी खराब होने के कारण जगह-जगह स्लैब झुकी हुई पाई गई। इसी प्रकार गर्ल्स व ब्वायज हॉस्टल में भूतल व प्रथम तल में सटरिंग की क्वालिटी ठीक न होने से जगह-जगह बीमों में हनीकॉम्बिंग पाई गई। टाइप-1 आवास, टाइप-3, आवास ए ब्लाक, टाइप-3 आवास बी ब्लाक में फिनिशिंग का कार्य शेष पाया गया। कार्यस्थल पर बार चार्ट नहीं लगे पाये गये, हैं जबकि नियमतः साइट पर यह होने चाहिए।
पाया गया कि एकेडमिक ब्लाक के प्रथम तल में लगभग सभी बीमों में अत्याधिक हनीकाम्बिंग है और कई जगह सरिया दिखाई दे रही है। निर्माण में वर्कमेनशिप का अभाव पाया गया। जिलाधिकारी ने उपस्थित कन्सलटेन्ट एवं ठेकेदार से पूछा कि वर्तमान में कितने श्रमिक कार्य कर रहे हैं, लेकिन ठेकेदार व उनके प्रतिनिधि यह नहीं बता सके। पाया गया कि स्लैब ढालते समय बाइब्रेटर न लगाये जाने से छत पर पैराफिट में गिट्टी उखड़ रही है।
जिलाधिकारी ने परियोजना के अन्तर्गत कराये गये सम्पूर्ण कार्यों की गुणवत्ता की तकनीकी व उच्च स्तरीय जांच के लिये शासन को प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिये। निरीक्षण के समय जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी, तकनीकी अधिकारी के रूप में अजय कुमार, सहा अभियंता पीडब्ल्यूडी, सहायक अभियंता स्वर्ण सिंह समेत ठेकेदार उपस्थित रहे।
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