राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर सशस्त्र सीमा बल ने लखनऊ में आयोजित की एकता दौड़, राष्ट्रहित में ली शपथ

लखनऊ अमृत विचार। सशस्त्र सीमा बल सीमांत (एसएसबी) के जवानों ने देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री लौहपुरूष सरकार बल्लभ भाई पटेल की जंयती एक अलग अंदाज में मनाई। सीमांत मुख्यालय आईजी रत्न संजय के दिशा निर्देश पर जवानों ने एकता दौड़ का आयोजन कियास। इस आयोजन में बल के अधिकारियों व जवानों समेत 250 प्रतिभागियों …
लखनऊ अमृत विचार। सशस्त्र सीमा बल सीमांत (एसएसबी) के जवानों ने देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री लौहपुरूष सरकार बल्लभ भाई पटेल की जंयती एक अलग अंदाज में मनाई। सीमांत मुख्यालय आईजी रत्न संजय के दिशा निर्देश पर जवानों ने एकता दौड़ का आयोजन कियास। इस आयोजन में बल के अधिकारियों व जवानों समेत 250 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में उप महानिरीक्षक अभिषेक पाठक ने भी अहम भूमिका निभाई।
एसएसबी जवानों ने जनेश्वर मिश्रा पार्क में लगे राष्ट्रीय ध्वज के नीचे आईजी रत्न संजय के मार्गदर्शन में राष्ट्रीय एकता दिवस की शपथ भी ली। वहीं एसएसबी जैज बैंड टीम द्वारा राष्ट्रीय एकता दिवस पर राष्ट्र को एक जुट करने के उद्देश्य को सार्थक करने हेतु देश भक्ति गीत के माध्यम से मनमोहक प्रस्तुति की। इस अवसर पर महेश कुमार उपमहानिरीक्षक, रणवीर सिंह गहलावत,कमांडेंट (पशु चिकित्सा), महेंद्र गुप्ता, अधीक्षण अभियंता, डॉ राज कुमार वर्मा, चिकित्साधिकारी भी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के मौके पर उप महानिरीक्षक सरदार बल्लभ भाई पटेल जी के द्वारा किए गए कार्यों के बारे में बताया कि 31 अक्टूबर को सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती मनाई जाती है। भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती को चिह्नित करने के लिए 2014 से हर साल 31 अक्टूबर को नेशनल यूनिटी दिवस या राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाता है। सरदार वल्लभ भाई ने 565 रियासतों का विलय कर भारत को एक राष्ट्र बनाया था। यही कारण है कि वल्लभ भाई पटेल की जयंती के मौके पर राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाता है।
भारत के राष्ट्रीय स्वतन्त्रता संग्राम में शक्षम शक्ति स्तम्भ थे पटेल
इस मौके पर जवानों को बताया गया कि सरदार पटेल भारत के राष्ट्रीय स्वतन्त्रता संग्राम में शक्षम शक्ति स्तम्भ थे। आत्म-त्याग, अनवरत सेवा तथा दूसरों को दिव्य-शक्ति की चेतना देने वाला उनका जीवन सदैव प्रकाश-स्तम्भ की अमर ज्योति रहेगा। सरदार पटेल मितभाषी, अनुशासनप्रिय और कर्मठ व्यक्ति थे। उनके व्यक्तित्व में विस्मार्क जैसी संगठन कुशलता, कौटिल्य जैसी राजनीतिक सत्ता तथा राष्ट्रीय एकता के प्रति अब्राहम लिंकन जैसी अटूट निष्ठा थी | राष्ट्र के प्रति प्रेम एवं योगदान के ही कारण आज विश्व के श्रेष्ठ राजनीतिज्ञों की श्रेणी में सरदार पटेल को भी याद किया जाता है। विश्व मानचित्र में उनका अमिट स्थान है।