लखनऊ: एनसीआरबी के आंकड़ों में यूपी में अपराध हुआ कम, योगी मॉडल की हो रही चर्चा

लखनऊ, अमृत विचार। यूपी में महिला और बाल अपराधों में कमी आई है, ये बात आंकड़ों के जरिये एनसीआरबी के डाटा में सामने आई है। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के इन आंकड़ों के सामने आने के बाद भाजपा नेता इसके लिए सीएम योगी आदित्यनाथ के योगी मॉडल को सफल होना बता रहे हैं। सरकार का …
लखनऊ, अमृत विचार। यूपी में महिला और बाल अपराधों में कमी आई है, ये बात आंकड़ों के जरिये एनसीआरबी के डाटा में सामने आई है। नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के इन आंकड़ों के सामने आने के बाद भाजपा नेता इसके लिए सीएम योगी आदित्यनाथ के योगी मॉडल को सफल होना बता रहे हैं।
सरकार का दावा है कि अब देश भर में योगी मॉडल की चर्चा हो रही है। दावा यह भी है कि इसी ‘योगी मॉडल’ ने यूपी की पूरी तस्वीर बदल दी है। सत्ता में वापसी के बाद सीएम योगी की कानून-व्यवस्था को लेकर सख्ती के परिणाम सामने आ रहें है।
कहा जा रहा है कि CM योगी की सख्त प्रशासक छवि से यूपी की जनता सुरक्षित हुई है। NCRB के ताजे आंकड़ों में महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों में UP में कमी आई है। इतना ही नही NCRB की रिपोर्ट मे यूपी को दंगा-मुक्त प्रदेश बताया गया है।
दंगा मुक्त है यूपी
देश में 2021 में कुल 378 सांप्रदायिक हिंसा की घटनाएं दर्ज हुईं है। लेकिन यूपी इकलौता ऐसा प्रदेश है जिसमें केवल एक घटना हुई है। अगर एनसीआरबी के आंकड़ों को सही माने तो फिर यूपी दंगा-मुक्त है जबकि झारखंड जैसे राज्य में एक साल में 100 से ज्यादा संप्रदायिक दंगे हुए है।
बाल अपराध में हुई कमी
आंकडों के आधार पर दावा किया जा रहा है कि यूपी में बच्चों के खिलाफ होने वाले अपराधों में भी बहुत कमी आई है। बाल अपराधों में 11.11 फीसदी की कमी आई है। यूपी में साल 2019 में UP में बच्चों के खिलाफ 18943 मामले रजिस्टर्ड हुए थे जबकि साल 2021 में यह घटकर 16838 हो गए है।
महिला-अपराधों में भी आई कमी
साल 2019 में UP में महिलाओं के खिलाफ 59853 मामले दर्ज हुए थे। लेकिन इसके बाद साल 2021 में घटकर यह मामले 56083 हो गए है। साफ है कि साल 2019 की तुलना में 2021 में महिला अपराधों में 6.2 फीसदी की कमी आई है।
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