बरेली: 18 दिन से वकीलों की हड़ताल, छोटे-बड़े व्यापारियों का धंधा भी हुआ चौपट
बरेली, अमृत विचार। दीवानी न्यायालयों के जनपद न्यायालय परिसर से स्थानांतरण के मुद्दे पर अधिवक्ता 18 दिन से हड़ताल पर हैं। अधिवक्ताओं के हड़ताल पर जाने से जिले की न्यायिक व्यवस्था चरमरा गई है। जनपद न्यायालय मुख्यालय के साथ छह तहसीलों, कलेक्ट्रेट, कमिश्नरी और पीलीभीत जिले का भी न्यायिक कार्य ठप है। यह भी पढ़ें- …
बरेली, अमृत विचार। दीवानी न्यायालयों के जनपद न्यायालय परिसर से स्थानांतरण के मुद्दे पर अधिवक्ता 18 दिन से हड़ताल पर हैं। अधिवक्ताओं के हड़ताल पर जाने से जिले की न्यायिक व्यवस्था चरमरा गई है। जनपद न्यायालय मुख्यालय के साथ छह तहसीलों, कलेक्ट्रेट, कमिश्नरी और पीलीभीत जिले का भी न्यायिक कार्य ठप है।
यह भी पढ़ें- बरेली: पुरुषों से कमतर नहीं महिलाएं, बढ़ रहीं आगे
वकीलों, वादकारियों के अलावा स्टाम्प, स्टेशनरी विक्रेता, पान, चाय, जूस, फड़ आदि चीजें बेचने वाले दुकानदारों का भी काम बंद हो गया है। इससे उनके सामने दिक्कतें खड़ी हो गई हैं। त्योहार नजदीक आने से व्यवसायी अधिवक्ताओं की हड़ताल खत्म होने की कामना कर रहे हैं।
अधिवक्ता आदित्य सक्सेना ने बताया कि वह मंगलवार को सादा कपड़ों में कचहरी स्थित मट्ठे की दुकान पर मट्ठा पीने रुके, किसी ग्राहक ने दुकानदार से पूछा कि कचहरी बंद क्यों है, इस पर दुकानदार ने अधिवक्ताओं पर टिप्पणी कर दी। अधिवक्ता ने वस्तुस्थिति से अवगत कराया तो दुकानदार हाथ जोड़ने लगा।
वहीं अधिवक्ताओं का कहना है कि यह लड़ाई सिर्फ उनकी नहीं है, यह वादकारियों की लड़ाई है जो वह लड़ रहे हैं। इसमें जनसहभागिता व जागरूकता जरूरी है। गौरव राठौर एडवोकेट ने कहा कि अदालतों के ट्रांसफर होने से काफी दिक्कतों का सामना वादकारियों को करना पड़ेगा। भविष्य में दिक्कतें विकराल न हों, इसके लिए अधिवक्ता भी अपने बच्चों का पेट काटकर आंदोलन कर रहे हैं।
अधिवक्ताओं की आम सभा आज, विश्वास बहाली को जिला जज भी आएंगे
बरेली। 19 सितंबर से जारी हड़ताल पर कचहरी स्थित बार सभागार में गुरुवार को आम सभा में निर्णय लिया जाएगा कि आंदोलन की अग्रिम रूपरेखा क्या हो। जिम्मेदारों के समस्या का हल नहीं निकालने से हड़ताल लंबी खिंचती जा रही है। पूर्व में भी आम सभा कई बार हुई मगर जिला जज के मौखिक आश्वासन पर आम सहमति नहीं बन सकी।
इससे पूर्व उत्तर प्रदेश बार कौंसिल के पूर्व चेयरमैन व मौजूदा सदस्य शिरीष मेहरोत्रा भी बीती आम सभा में वकीलों से जिला जज की बात को गंभीरता से सुनने का अनुरोध कर चुके हैं। सूत्रों के मुताबिक हाईकोर्ट के प्रशासनिक जज से भी बार पदाधिकारियों की बातचीत हो चुकी है। उनकी ओर से भी अदालतें कहीं नहीं जाने देने का आश्वासन मिला है।
मामले में जिला जज को अपना प्रतिनिधि बनाते हुए अधिवक्ताओं में विश्वास बहाली की जिम्मेदारी सौंपी है। बरेली बार एसोसिएशन के सचिव वीरेंद्र प्रसाद ध्यानी एडवोकेट ने बताया कि आज आम सभा का आयोजन दोपहर 2 बजे कचहरी स्थित बार सभागार में किया जाएगा। जिसमें जिला जज रहेंगे। सभी साथियों से आम सभा में उपस्थित रहने की अपील की है। जिला जज की ओर से आश्वासन है कि अधिवक्ताओं में विश्वास बहाली के लिए वह आम सभा में आएंगे।
यह भी पढ़ें- बरेली: अधिक दाम पर बिक रही थी बियर, दो गिरफ्तार