‘बार-बार कागज पर मुझे मार डालते हैं साहब, मैं जिंदा हूं ‘… पेंशन बंद हुई तो ऐसे बयां किया बुजुर्ग ने अपना दर्द

रायबरेली, अमृत विचार। एक लाचार , बेसहारा वृद्ध खुद को जिंदा साबित करने के लिए अधिकारियों को अर्जी दे रहा है , किंतु जिम्मेदार अधिकारी बार बार आख्या रिपोर्ट में उसे मार देते हैं। परेशान वृद्ध अधिकारियों के चक्कर लगा रहा है। मामला लालगंज क्षेत्र के गांव बेहटा कला का है। गांव के राम भरोसे …
रायबरेली, अमृत विचार। एक लाचार , बेसहारा वृद्ध खुद को जिंदा साबित करने के लिए अधिकारियों को अर्जी दे रहा है , किंतु जिम्मेदार अधिकारी बार बार आख्या रिपोर्ट में उसे मार देते हैं। परेशान वृद्ध अधिकारियों के चक्कर लगा रहा है।
मामला लालगंज क्षेत्र के गांव बेहटा कला का है। गांव के राम भरोसे (70 वर्ष) गांव में वृद्धावस्था पेंशन के लाभार्थी थे। उनका कहना है कि पंचायत चुनाव के बाद ग्राम प्रधान ने चुनावी रंजिश के कारण उनको मृतक दिखाकर उनकी पेंशन बंद कर दी। मामले की जानकारी होने पर उन्होंने अधिकारियों को प्रार्थना पत्र दिया ।
जिस पर अधिकारियों ने खंड विकास अधिकारी से आख्या रिपोर्ट मांगी तो बीडीओ ने आख्या रिपोर्ट में उसे मृतक की रिपोर्ट लगा दी। उसने मुख्यमंत्री के यहां शिकायत की तो मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजी गई रिपोर्ट में भी उसे मृतक बता दिया गया है। वृद्ध का कहना है कि ग्राम पंचायत अधिकारी ने परिवार रजिस्टर में भी उसे मृतक दर्ज कर दिया है।
अब वृद्ध खुद को जिंदा साबित करने के लिए दर दर भटक रहा है। किंतु अधिकारी है कि उसे जीवित मानने को तैयार नहीं है। इस बारे में खंड विकास अधिकारी अंजू रानी वर्मा का कहना है कि अभिलेखीय मामले में मृतक दर्ज होगा , तभी ऐसी रिपोर्ट गई है। फिलहाल मामले की जांच कराई जायेगी।
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