मुरादाबाद: विवादित स्थल तक पहुंचकर वापस हुई श्रीराम बरात, कई थानों की पुलिस रही मौजूद
मुरादाबाद/कुंदरकी, अमृत विचार। बुधवार को अपने परंपरागत तरीके और समय पर श्री राम बरात नगर स्थित हरियाना रोड रामलीला मंचन निकाली गई। राम बरात अपने परंपरागत रास्तों से होती हुई विवादित स्थल तक पहुंची। लेकिन विवाद के चलते विवादित स्थल के बाहर भंडारा कराने के बाद लौट गई। इस दौरान सुरक्षा के लिहाज के कई …
मुरादाबाद/कुंदरकी, अमृत विचार। बुधवार को अपने परंपरागत तरीके और समय पर श्री राम बरात नगर स्थित हरियाना रोड रामलीला मंचन निकाली गई। राम बरात अपने परंपरागत रास्तों से होती हुई विवादित स्थल तक पहुंची। लेकिन विवाद के चलते विवादित स्थल के बाहर भंडारा कराने के बाद लौट गई। इस दौरान सुरक्षा के लिहाज के कई थानों की पुलिस, पीएसी बल और अधिकारी मौजूद रहे।
राम बरात में झांकियां मुख्य आकर्षण का केंद्र रही। झांकियों में मुख्य रूप से राम दरबार, राधा कृष्ण, शंकर पार्वती, हनुमान शामिल हुई। झांकियों को देखकर लोग मन मुग्ध हो गए। वहीं रावण दहन स्थल के विवाद के चलते वहां पर भारी पुलिस बल मौजूद रहा। पिछले वर्ष दिसंबर से रावण दहन स्थल का विवाद शुरू हुआ था। जिसमें कुछ लोगों के खिलाफ मुकदमा भी पंजीकृत हुआ था। यह मामला न्यायालय में विचाराधीन है।
विवादित स्थल को अपनी पुरखों की जमीन बताने वाले वाले दिनेश बल भटनागर के द्वारा इस पर कोर्ट से स्टे ले लिया गया। जिसके चलते श्रीराम बरात रावण दहन स्थल के अंदर नहीं पहुंच सकी। जहां 61 सालों की यह परंपरा विवाद के चलते टूट गई है। विवादित स्थल पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स मौजूद रहा। कमेटी के लोग विवादित स्थल के बाहर से ही श्री राम बरात को लेकर लौट गए। विवादित स्थल के बाहर भंडारे का भी आयोजन किया गया था, जहां पर श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
मंगलवार को प्रशासन के द्वारा दोनों पक्षों को बैठाकर समाधान कराने की कोशिश कराई गई थी जिसमें क्षेत्र अधिकारी डॉ. गणेश कुमार गुप्ता और उपजिलाधिकारी राज बहादुर सिंह ने दोनों पक्षों से वार्ता की थी, लेकिन वार्ता विफल रही थी और कोई समाधान नहीं निकल पाया था। अब देखना होगा कि आने वाले दशहरे को रावण दहन कहां पर होगा और दशहरे का मेला कहां पर लगेगा।
बुधवार को विवादित स्थल पर पुलिस फोर्स के साथ क्षेत्र अधिकारी डॉ. गणेश कुमार गुप्ता और उप जिला अधिकारी राज बहादुर सिंह मौजूद रहे। उप जिलाधिकारी ने बताया कि दोनों पक्षों में अगर समझौता हो जाता है तो अच्छी बात है। नहीं तो कमेटी के लोग अगर किसी और जगह का रावण दहन के लिए सुझाव देते हैं तो उस पर गौर किया जाएगा और सब सहमति से इसका रास्ता निकाला जाएगा।
ये भी पढ़ें:- बहराइच: जिले के 51 पीएचसी का निरीक्षण, 14 चिकित्सक मिले अनुपस्थित