बरेली: आदिवासी उत्थान कल्याण समिति ने किया ‘कर्मा पूजा’ का आयोजन, सांस्कृतिक कार्यक्रम किए प्रस्तुत
बरेली, अमृत विचार। आदिवासी उत्थान कल्याण समिति ने आदिवासी कर्मा पूजा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और बंगाल, के आदिवासियों ने विभिन्न परिधानों में उरांव, संथाली, मुंडा नृत्य एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। जिसमें दुर्लभ आदिवासियों मांदर, ढोल, नगाड़े, घंटा, मोरपंख के सहारे नृत्य किया गया। इस मौके पर कार्यक्रम …
बरेली, अमृत विचार। आदिवासी उत्थान कल्याण समिति ने आदिवासी कर्मा पूजा का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और बंगाल, के आदिवासियों ने विभिन्न परिधानों में उरांव, संथाली, मुंडा नृत्य एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए। जिसमें दुर्लभ आदिवासियों मांदर, ढोल, नगाड़े, घंटा, मोरपंख के सहारे नृत्य किया गया।
इस मौके पर कार्यक्रम के मुख्य सयोंजक धनेश्वर भगत ने बताया कि यह हमारी कर्मा पूजा संस्कृति को दर्शाता है कर्मा का यही महत्व है कि हमें कर्म करना चाहिए। हम आदिवासी समाज जंगल, जमीन और पर्यावरण की सुरक्षा रक्षा करना हमारे जीवन का उद्देश्य है। वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. पवन सक्सेना ने बताया कि आदिवासी मूल राष्ट्रपति देश के सर्वोच्च पद पर आसीन है देश में आदिवासी समाज भी अग्रणी स्थान निभा रहा है आदिवासी कला और संस्कृति की झलक पूरे देश में दिखाई देती है।
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