देहरादून: सरकारी नौकरी में महिला आरक्षण खत्म करने पर मेडिकल कॉलेजों की भर्तियां अटकी
देहरादून, अमृत विचार। बीते दिनों हाईकोर्ट में राज्य के सरकारी नौकरी में महिलाओं के क्षैतिज आरक्षण पर रोक लगा दी गई थी। इसके चलते राजकीय मेडिकल कॉलेजों और आयुष विभाग में डॉक्टरों की भर्ती प्रक्रिया भी अटक गई है। उत्तराखंड चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड ने मेडिकल कॉलेजों में 339 असिस्टेंट प्रोफेसर और आयुर्वेद विभाग में …
देहरादून, अमृत विचार। बीते दिनों हाईकोर्ट में राज्य के सरकारी नौकरी में महिलाओं के क्षैतिज आरक्षण पर रोक लगा दी गई थी। इसके चलते राजकीय मेडिकल कॉलेजों और आयुष विभाग में डॉक्टरों की भर्ती प्रक्रिया भी अटक गई है। उत्तराखंड चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड ने मेडिकल कॉलेजों में 339 असिस्टेंट प्रोफेसर और आयुर्वेद विभाग में 253 चिकित्सा अधिकारी के पदों की चयन प्रक्रिया रोक दी है। महिला आरक्षण पर बोर्ड को सरकार के दिशा-निर्देशों का इंतजार है।
प्रदेश के राजकीय मेडिकल कॉलेज दून, हल्द्वानी, श्रीनगर और अल्मोड़ा में असिस्टेंट प्रोफेसरों के 339 पदों की भर्ती के लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रस्ताव पर उत्तराखंड चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड ने चयन प्रक्रिया शुरू की थी। इन पदों के लिए साक्षात्कार भी हो चुके हैं। वहीं, आयुर्वेद विभाग में 253 चिकित्सा अधिकारी पदों के लिए प्रारंभिक लिखित परीक्षा हो चुकी है।
महिलाओं के क्षैतिज आरक्षण पर हाईकोर्ट की ओर से रोक लगाने के आदेश के बाद चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड के जरिए की जा रही भर्ती प्रक्रिया अटक गई है। बोर्ड ने अभी तक असिस्टेंट प्रोफेसरों की अंतिम चयन सूची जारी नहीं की है। साथ ही आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी के पदों के लिए साक्षात्कार भी फिलहाल रोक दिए गए हैं। बोर्ड को सरकार की ओर से भी महिला आरक्षण पर दिशा-निर्देश का इंतजार है।
उत्तराखंड चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. डीएस रावत का कहना है कि हाईकोर्ट ने महिला आरक्षण पर रोक लगाई है। असिस्टेंट प्रोफेसर और आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी पदों की चयन प्रक्रिया को फिलहाल रोक दिया गया है। सरकार की तरफ से इस संबंध में कोई दिशा-निर्देश मिलने के बाद ही अंतिम चयन पूरी की जाएगी।