संभल: मोहम्मदपुर मालिनी में हर घर डेंगू-मलेरिया से कराह रहे मरीज
संभल, अमृत विचार। गांव मोहम्मदपुर मालिनी में सैंकड़ों लोग डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड और बुखार से कराह रहे हैं। बीमारियों ने लोगों को अपनी चपेट में ले रखा। लेकिन स्वास्थ्य विभाग की बीमार सेवाओं के चलते मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा है, जिसके कारण मरीज झोलाछापों से अपना इलाज कराने के लिए मजबूर हो …
संभल, अमृत विचार। गांव मोहम्मदपुर मालिनी में सैंकड़ों लोग डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड और बुखार से कराह रहे हैं। बीमारियों ने लोगों को अपनी चपेट में ले रखा। लेकिन स्वास्थ्य विभाग की बीमार सेवाओं के चलते मरीजों को इलाज नहीं मिल पा रहा है, जिसके कारण मरीज झोलाछापों से अपना इलाज कराने के लिए मजबूर हो रहे हैं। हालांकि आठ हजार की आबादी के लिए गांव में हेल्थ वेलनेंस सेंटर है। महिला सीएचओ भी तैनात है। वहीं स्वास्थ्य विभाग के कैंप में खांसी, बुखार और जुकाम की दवा देकर खाना पूर्ति की जा रही है।
यह मामला गांव मोहम्मदपुर मालिनी का है। इस गांव में 20 दिन से 500-600 लोग डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड समेत कई बीमारियों से पीड़ित हैं। गांव में कुछ लोगों को जांच के बाद डेंगू और टाइफाइड की पुष्टि हुई है। उनकी संख्या अधिक है और उसमें मजदूर तबके लोग शामिल हैं। गांव में बीमारियों की दहशत है। ग्रामीणों का कहना है कि लोगों के घर में ओवरहेड टैंक से अशुद्ध पानी की आपूर्ति हो रही है। जिसके कारण बीमारी फैली रही है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने कैंप लगाकर 168 मरीजों को खांसी, जुकाम व बुखार की दवा देकर अपनी जिम्मेदारी पूरी करी दी, जबकि गांव में लोगों ने कैंप में मौजूद चिकित्सकों को डेंगू, टाइफाइड से पीड़ित होने की बात बताई थी। इसके बावजूद विभाग की तरफ से लोगों की जांच नहीं कराई गई।
ट्रैक्टर ट्रॉली से लटका चढ़ाई जा रही ड्रिप
संभल। मोहम्मपुर मालिनी में सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं का बुरा हाल है। घरों में ट्रैक्टर-ट्रॉली से लटकाकर लोगों को ड्रिप भी ड्रिप चढ़ाई जा रही है। उनके परिजनों ने बताया कि गांव में सपा सरकार में 12 लाख की कीमत से हेल्थ वेलनेंस सेंटर बनाया गया था, जो कि एक साल पहले चालू भाजपा सरकार में कराया गया था। उस पर कम्युनिटी हेल्थ अफसर यासमीन तैनात हैं। वह भी कभी कभी आती हैं। गांव में हर घर में एक-दो लोग टाइफाइड और डेंगू से पीड़ित हैं
गांव में अधिक संख्या में लोगों के बीमारी होने की सूचना मिली थी। गांव में कैंप लगाया गया है। दवा भी वितरण कराई गई है। लोग टाइफाइड व डेंगू से बीमार हैं, इसकी जानकारी नहीं मिली, फिर भी गांव दोबारा टीम भेज जांच कराई जाएगी। – तरन्नुम रजा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी
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