पीलीभीत: चकरोड घोटाले में BDO ने अभी तक नहीं सौंपी जांच रिपोर्ट, ग्रामीणों ने तोड़ा शिलापट

पीलीभीत: चकरोड घोटाले में BDO ने अभी तक नहीं सौंपी जांच रिपोर्ट, ग्रामीणों ने तोड़ा शिलापट

पीलीभीत, अमृत विचार। यूपी के पीलीभीत जनपद के मरौरी ब्लॉक के बीडीओ द्वारा की गई जांच, जांच नहीं … बीरबल की खिचड़ी हो गई। ब्लॉक में भ्रष्टाचार की दीमक ऐसे लग चुकी है कि अधिकारियों को अंदर से खोखला कर दिया है। चकरोड घोटाले में 27 अगस्त को की गई जांच रिपोर्ट अभी तक सीडीओ …

पीलीभीत, अमृत विचार। यूपी के पीलीभीत जनपद के मरौरी ब्लॉक के बीडीओ द्वारा की गई जांच, जांच नहीं … बीरबल की खिचड़ी हो गई। ब्लॉक में भ्रष्टाचार की दीमक ऐसे लग चुकी है कि अधिकारियों को अंदर से खोखला कर दिया है। चकरोड घोटाले में 27 अगस्त को की गई जांच रिपोर्ट अभी तक सीडीओ को नहीं सौंपी गई है। वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि इन दिनों बीडीओ साहब की ग्राम प्रधान के घर बहुत खातिरदारी की जा रही है। सोमवार को बीडीओ साहब ग्राम प्रधान के घर भी गए, लेकिन जांच रिपोर्ट फिर भी नहीं सौंपी गई। इससे कुछ ग्रामीणों ने फर्जी निर्माण शिलापट भी तोड़ दिया।

मरौरी ब्लॉक की ग्राम पंचायत बसंतापुर में फर्जी मस्टररोल द्वारा हुए 1.42 लाख के घोटाले का अधिकारियों की लापरवाही की वजह से खुलासा नहीं हो पा रहा है। इधर, छोटे ही नहीं बल्कि बड़े अधिकारी भी मामले में लापरवाह बने हुए हैं। घोटाले की खबर प्रकाशित होने के बाद सीडीओ धर्मेंद्र प्रताप ने जांच के आदेश तो कर दिए लेकिन अभी तक उनको जांच रिपोर्ट नहीं मिल सकी है।

वहीं डीसी मनरेगा छुट्टी पर गए हुए हैं चर्चा है कि अक्सर घोटाले के मामले आने के बाद साहब…छुट्टी चले जाते हैं। फिलहाल, कुछ भी हो लेकिन सीडीओ को दो दिन के बाद भी जांच रिपोर्ट नहीं मिल सकी है। इधर, मामले में निष्पक्ष जांच न होने के कारण गुस्साए ग्रामीणों ने प्रधान द्वारा लगवाया गया फर्जी शिलापट को भी तोड़ दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि जब तक जांच नहीं होगी तब तक विरोध ऐसे ही जारी रहेगा।

साहब…को काम बहुत है
चकरोड घोटाले मामले में मरौरी बीडीओ ब्रजेश कुमार गौतम से बात की तो उन्होंने बताया कि जांच तो 27 अगस्त को ही पूरी कर ली थी लेकिन काम इतना है कि समय नहीं मिल पा रहा है। जिससे अभी तक जांच नहीं सौंपी गई है। फिलहाल, दो दिन बीत जाने के बाद भी जांच न सौंपने का कारण कुछ हजम नहीं हो रहा है।

सीडीओ ने भी भर दी हामी
जांच रिपोर्ट के बारे में जब सीडीओ धर्मेंद्र प्रताप से वार्ता की गई तो उन्होंने यह कह दिया है कि बीडीओ की बात सत्य है काम बहुत है फिर भी करना तो है ही’ कुछ इस तरह के शब्द सीडीओ साहब ने कहे। वैसे उच्च अधिकारी भी अगर, यह बात करेंगे तो घोटाला कैसे उजागर होगा? फिलहाल, ग्रामीणों को जांच रिपोर्ट का बेसब्री से इंतजार है।

ये भी पढ़ें : पीलीभीत: फर्जी जांच पर बसंतापुर में लगे ‘मरौरी बीडीओ’ मुर्दाबाद के नारे