नैनीताल के 62 नाले लंबे समय से अतिक्रमण के शिकार, अब पड़ी कुमाऊं आयुक्त की नजर

हल्द्वानी, अमृत विचार। कुमाऊं का प्रसिद्ध पर्यटक स्थल नैनीताल सिस्टम की अनदेखी से बदहाली का दंश झेल रहा है। कभी पार्किंग समस्या तो कभी नालों की सफाई न होने से यहां आए दिन स्थानीय लोगों के साथ ही पर्यटकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसा हाल तब है जब जिले और मंडल के …
हल्द्वानी, अमृत विचार। कुमाऊं का प्रसिद्ध पर्यटक स्थल नैनीताल सिस्टम की अनदेखी से बदहाली का दंश झेल रहा है। कभी पार्किंग समस्या तो कभी नालों की सफाई न होने से यहां आए दिन स्थानीय लोगों के साथ ही पर्यटकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसा हाल तब है जब जिले और मंडल के तमाम आला अधिकारी नैनीताल में जमे रहते हैं।
इधर, मंगलवार को कुमाऊं आयुक्त दीपक रावत ने मुख्य अभियन्ता लोनिवि नैनीताल और सचिव झील विकास प्राधिकरण को निर्देश दिये हैं कि नैनीताल में जल निकासी हेतु कुल 62 नाले बनाये गये हैं जिनसे नैनीताल शहर में पानी की निकासी होती है। संज्ञान में आया है कि उपरोक्त नालों में मलवा भरा है तथा नालों पर अवैध निर्माण भी हुआ है।
आयुक्त ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिये है कि नालों के ऊपर जो भी अवैध निर्माण हुआ है उनको चिन्हित कर तत्काल हटवाये जाने की आवश्यक कार्यवाही करना सुनिश्चित करें ताकि नालों में जहां-जहां नालों में मलवा आदि आता है इसकी साफ-सफाई समय-समय पर हो सके। उन्होंने यह भी बताया कि प्राइवेट बिल्डर्स के द्वारा कट्टों में सामग्री आदि भर कर नालों के ऊपर रखी गई है जिनसे मलवा निकलकर नालों में बह रहा है ऐसे स्थानों को भी चिन्हित करते हुए उन कट्टों को तत्काल हटवाना सुनिश्चित करें।