रानीखेत: ठेकेदारों ने लोनिवि कार्यालय में तालाबंदी कर दो घंटे ईई को बनाया बंधक

रानीखेत, अमृत विचार। रायल्टी न होने पर पांच गुना वसूली को लेकर ठेकेदार संघ के बैनर तले सोमवार को गुस्साए ठेकेदारों ने लोक निर्माण विभाग के कार्यालय में तालाबंदी और अधिकारी को बंधक बनाकर विरोध दर्ज किया। वक्ताओं ने कहा कि जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री तक गुहार लगाने के बावजूद भी उनकी समस्या का …
रानीखेत, अमृत विचार। रायल्टी न होने पर पांच गुना वसूली को लेकर ठेकेदार संघ के बैनर तले सोमवार को गुस्साए ठेकेदारों ने लोक निर्माण विभाग के कार्यालय में तालाबंदी और अधिकारी को बंधक बनाकर विरोध दर्ज किया। वक्ताओं ने कहा कि जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री तक गुहार लगाने के बावजूद भी उनकी समस्या का समाधान नहीं किया गया।
सोमवार को ठेकेदारों ने लोनिवि कार्यालय में तालाबंदी कर अधिशासी अभियंता को दो घंटे तक बंधक बनाया। वक्ताओं ने कहा कि लगातार सरलीकरण का मुद्दा उठाने के बावजूद भी शासन स्तर पर कोई सुनवाई नहीं हुई है। कहा कि सरकार ठेकेदारों का शोषण कर रही है। वक्ताओं ने कहा एस्टीमेट व बांड में कार्यस्थल के तीन से चार किमी दायरे में स्थानीय क्वैरी का प्रावधान रहता है। वहां से निकलने वाले पत्थरों की एवज में संबंधित कार्यदायी विभाग ठेकेदारों के बजट से रायल्टी के रूप में 160 रुपये प्रति घनमीटर काट खनन विभाग में जमा करता आया है। अब सरकार ने रायल्टी अनिवार्य कर दी है तो स्थानीय क्वैरी में कागजात कैसे व कहां से मिलेंगे।
उन्होंने रायल्टी न होने पर पांच गुना वसूली को शोषण करार दिया है। कहा कि जब तक इसका सरलीकरण नहीं किया जाता है तब तक चरणबद्ध तरीके से आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने संयुक्त मजिस्ट्रेट के माध्यम से जिलाधिकारी व शासन को ज्ञापन दिया।
ईई एलके गोयल का कहना है कि ठेकेदारों का ज्ञापन अधीक्षण अभियंता के माध्यम से शासन को भेज दिया है। धरना-प्रदर्शन करने वालों में महिपाल सिंह बिष्ट, धर्मेंद्र अधिकारी, पूरन मेहरा, हरीश मेहरा, गोपाल देव, गौरव भट्ट, चंदन बिष्ट, सौरभ नेगी, प्रताप सिंह, प्रेम सिंह, युगल जोशी, खुशाल सिंह, लक्ष्मण सिंह, हन्सा दत्त पांडे, कैलाश अधिकारी, राजेंद्र जोशी, दुर्गा सिंह आदि सम्मिलित थे।