लखीमपुर-खीरी: बारिश के बीच गिरी कच्ची दीवार, मलबे के नीचे दबकर बच्ची की मौत

लखीमपुर-खीरी, अमृत विचार। थाना फूलबेहड़ क्षेत्र में बारिश के बीच बुधवार की सुबह एक मकान की कच्ची दीवार भरभराकर ढह गई, जिससे खरफूस के छप्पर के नीचे चारपाई पर बैठी आठ साल की बच्ची मलबे के नीचे दब गई। परिवार वालों की चीख पुकार पर मौके पर पहुंचे आसपास के लोगों ने मलबा हटाकर बालिका …
लखीमपुर-खीरी, अमृत विचार। थाना फूलबेहड़ क्षेत्र में बारिश के बीच बुधवार की सुबह एक मकान की कच्ची दीवार भरभराकर ढह गई, जिससे खरफूस के छप्पर के नीचे चारपाई पर बैठी आठ साल की बच्ची मलबे के नीचे दब गई। परिवार वालों की चीख पुकार पर मौके पर पहुंचे आसपास के लोगों ने मलबा हटाकर बालिका को बाहर निकाला। परिजन उसे लेकर सीएचसी पहुंचे, जहां डॉक्टर ने उसे को मृत घोषित कर दिया।
हादसा बुधवार की सुबह करीब आठ बजे थाना फूलबेहड़ के गांव रूरा सुल्तानपुर कोरियाना में हुआ। गांव निवासी बबलू ने बताया कि रात से रुकरुक कर बारिश हो रही थी। सुबह करीब आठ बजे पत्नी रंजू देवी खाना बना रही थी। आठ वर्षीय पुत्री शीतल कच्ची दीवार पर पड़े छप्पर के नीचे चारपाई पर बैठी हुई थी। इसी बीच तेज बारिश होने लगी। कुछ ही देर में अचानक छप्पर समेत कच्ची दीवार भर भराकर ढह गई। इससे उसके मलबे के नीचे शीतल दब गई। यह देख परिवार में चीख पुकार मच गई।
शोरशराबा होने पर आसपास के लोग भी मौके पर पहुंच गए। ग्रामीणों के सहयोग से परिवार वालों ने मलबा हटाकर उसे बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला। हालत गंभीर होने पर आनन-फानन में उसे बिजुआ सीएचसी लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टर ने बालिका को मृत घोषित कर दिया। ग्राम प्रधान प्रतिनिधि जगजीत सिंह ने बताया कि उन्होंने हादसे की सूचना तहसील प्रशासन गोला को दी है। उधर सूचना पर पहुंची पुलिस ने पंचायतनामा भरकर बालिका का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम के बाद दोपहर बाद जब शव गांव पहुंचा तो तमाम लोगों की भीड़ जुट गई। परिवार वालों ने गमगीन माहौल में शव को जमींदोज कर दिया है।
बालिका की मौत से परिवार में मचा कोहराम
गांव रूरा सुल्तानपुर कोरियाना निवासी बबलू आर्थिक स्थिति काफी कमजोर है। वह मेहनत मजदूरी कर परिवार का पालन पोषण करता है। अचानक गिरी दीवार के मलबे के नीचे दबकर आठ वर्षी पुत्री की दबकर हुई मौत से मानों उस पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। बालिका की मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। उसकी मां का रो-रोकर हाल बेहाल है।
उसे जब इस बात का पता चला कि उसकी बेटी शीतल अब इस दुनिया में नहीं है तो वह गश खाकर गिर गई। जब भी उसे होश आता वह भगवान को कोसने लगती। परिवार का करुण क्रंदन देख आसपास के लोग भी अपने आंसू नहीं रोक पाए। आसपास की महिलाएं और लोग विलख रहे परिवार को ढांढस बंधा रहे थे। मृतक बालिका के पिता बबलू बताया कि बेटी शीतल कक्षा चार की छात्रा थी।
कच्ची दीवार गिरने से मलबे के नीचे दबकर बालिका की मौत हुई है। घटना काफी दुखद है। शव का पोस्टमार्टम कराया गया है।-अजय राय, एसओ, थाना फूलबेहड़।
ये भी पढ़ें- लखीमपुर-खीरी: धौरहरा में पूर्व प्रधान और उसके बेटे पर कातिलाना हमला, गंभीर रूप से हुए घायल