हरदोई: सरकारी स्कूलों में बच्चों की हो रही बेवजह पिटाई, आरोपियों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई

हरदोई। पुरानी कहावत है कि ‘एक मछली सारे तालाब को गन्दा करने के लिए काफी है’। कुछ ऐसा ही हाल सरकारी स्कूलों का है। कुछ ऐसे मास्साब हैं,जो अपनी हरकतों से सभी के सिर बदनामी का ठीकरा फोड़ रहें हैं। सरकार एक तरफ सरकारी स्कूलों के कायाकल्प कर रही है, वही कुछ मास्साब ऐसे भी …
हरदोई। पुरानी कहावत है कि ‘एक मछली सारे तालाब को गन्दा करने के लिए काफी है’। कुछ ऐसा ही हाल सरकारी स्कूलों का है। कुछ ऐसे मास्साब हैं,जो अपनी हरकतों से सभी के सिर बदनामी का ठीकरा फोड़ रहें हैं। सरकार एक तरफ सरकारी स्कूलों के कायाकल्प कर रही है, वही कुछ मास्साब ऐसे भी हैं जो कायाकल्प की काया पलटने पर उतारू हैं। देहात हो या शहर,इन जगहों से बच्चों की बेतहाशा पिटाई करने की बातें सामने आने से लोग सरकार की फज़ीहत करने लगे।
एक तरफ सरकार दाखिले के लिए ज़ोर दे रही है, वहीं दूसरी तरफ इसी तरह के मरकहे मास्साब उसकी साख पर बट्टा लगाने का काम कर रहें हैं। इतना ही नहीं जो मास्साब अपनी मेहनत और लगन से काम कर रहें हैं, उन्हें भी बेवजह की बदनामी मोल लेनी पड़ रही है। देहात के उच्च प्राथमिक विद्यालय कुंइया और शहर का प्राथमिक विद्यालय ऊंचा थोक, इन स्कूलों में बच्चों की बेवजह पिटाई किए जाने से सरकार की जवाबदेही तय हो गई है।
पहला मामला—-
उच्च प्राथमिक विद्यालय कुंइया,ब्लाक पिहानी-
स्कूल पहुंचे कुछ बच्चे पढ़ाई-लिखाई कर रहे थे, वहीं कुछ बच्चे आपस में शरारत,स्कूल की प्रधानाध्यापिका सविता रानी के पति अशोक कुमार शुक्ला भी वहीं मौजूद थे। आरोप है कि अशोक कुमार शुक्ला को किसी बात पर इतना गुस्सा आ गया कि उन्होंने वहां के छात्र सनी,कृष्णा,अनुज, अनिकेत, विवेक,अविरल और शोभित को बुलाया और बेवजह उनकी जानवरों की तरह पिटाई करने लगे। अशोक कुमार शुक्ला के बच्चों के साथ किए गए इस तरह के बर्ताव का पता होते ही वहां लोग इकट्ठा होने लगे। बात आगे बढ़ती, इससे पहले ही अशोक ने वहां से खिसकना ही बेहतर समझा।
दूसरा मामला—
नगर क्षेत्र का प्राथमिक विद्यालय ऊंचा थोक
दिन शुक्रवार, दिनांक 22 जुलाई
बच्चे स्कूल पहुंचते हैं, लेकिन वहां कोई नहीं था। इस पर कुछ बच्चे स्कूल के बाहर उछल-कूद करने लगते हैं। इसी बीच संतोष मास्साब वहां पहुंचे, उन्होंने उछल-कूद कर रहे बच्चों को बुलाया और प्लास्टिक की छड़ी ले कर उन पर ऐसे टूटे कि जैसे जानवर को मार रहें हैं।
मास्साब की पिटाई से छात्र शिवम और अमन बे-हाल हुए ही,बल्कि दूसरे बच्चे मास्साब के इस बर्ताव को देख कर सहम कर कोने में दुबक गए। चूंकि प्राथमिक विद्यालय ऊंचा थोक शहीद उद्यान में है,इस वजह से मास्साब की ऐसी हरकत बे-पर्दा हो गई। इस बारे में जिस किसी ने भी सुना,वही मास्साब को कोस रहा था।कहा जा रहा है कि इसी तरह के लोग महकमें के लिए बदनामी का सबब बनते जा रहें हैं।
बोले बीएसए
सरकारी स्कूलों में बच्चों को बेरहमी से की गई पिटाई के मामले में बीएसए वीपी सिंह से जब इस बारे में पूछा गया,तो उन्होंने बताया कि इन दोनों मामलों की वहां के बीईओ को सौंप दी गई है। जांच रिपोर्ट के आते ही आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने आगे बताया कि सरकार ने बच्चों की पिटाई और अनचाहे संदेशों पर पूरी तरह से रोक लगा रखी है। अगर कोई इस तरह की हरकत करता है,तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।