राष्ट्रपति चुनाव में डाले गए वोटों की राज्यवार सूची आई सामने, मुर्मू ने सिन्हा को यूं चटाई धूल

नई दिल्ली। बीजेपी नीत एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति चुनाव में 64.03% वोट हासिल कर जीत दर्ज की है। विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को 35.97% मत मिले। मतों के राज्यवार आंकड़ों के अनुसार, यशवंत सिन्हा को आंध्र प्रदेश, सिक्किम और नागालैंड में एक भी वोट नहीं मिला। वहीं, मुर्मू को महाराष्ट्र में 181 …
नई दिल्ली। बीजेपी नीत एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति चुनाव में 64.03% वोट हासिल कर जीत दर्ज की है। विपक्षी उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को 35.97% मत मिले। मतों के राज्यवार आंकड़ों के अनुसार, यशवंत सिन्हा को आंध्र प्रदेश, सिक्किम और नागालैंड में एक भी वोट नहीं मिला। वहीं, मुर्मू को महाराष्ट्र में 181 और उत्तर प्रदेश में 287 वोट मिले।
द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल कर इतिहास रच दिया है। 25 जुलाई को शपथ के साथ ही पहली बार देश के सर्वोच्च पद पर आदिवासी समुदाय का कोई शख्स आसीन होगा। सिर्फ 8 राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को छोड़कर मुर्मू ने सभी राज्यों में सिन्हा पर बढ़त बनाई। 3 राज्यों में तो उन्हें 100 प्रतिशत वोट मिले।
द्रौपदी मुर्मू सिर्फ 8 राज्यों को छोड़कर बाकी सभी जगह प्रतिद्वंद्वी यशवंत सिन्हा से आगे रहीं। जिन 8 राज्यों में सिन्हा को बढ़त मिली वे हैं- छत्तीसगढ़, केरल, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और दिल्ली।
3 राज्यों में मुर्मू को 100% वोट
द्रौपदी मुर्मू ने 3 राज्यों में क्लीन स्वीप किया। आंध्र प्रदेश, नगालैंड और सिक्किम में उन्हें 100 प्रतिशत वोट मिले यानी सिन्हा इन तीनों राज्यों में खाता तक नहीं खोल पाए। मुर्मू को सबसे कम 0.7 प्रतिशत वोट केरल में मिले। इस मामले में दूसरे नंबर पर तेलंगाना रहा जहां एनडीए उम्मीदवार सिर्फ 2.6 प्रतिशत वोट ही हासिल कर सकीं।
क्रॉस वोटिंग
18 राज्यों के 143 सांसदों, विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की। इनमें 126 विधायक और 17 सांसद हैं। क्रॉस वोटिंग के सबसे ज्यादा 22 मामले असम से आए। मध्य प्रदेश में 19 माननीयों ने क्रॉस वोटिंग की। चुनावी राज्य गुजरात में कांग्रेस के 10 विधायकों ने मुर्मू के पक्ष में क्रॉस वोटिंग की।
मुर्मू को 540 सांसदों के वोट
द्रौपदी मुर्मू को 540 सांसदों के वोट मिले। यशवंत सिन्हा को सिर्फ 208 सांसदों के वोट मिल पाए। कुल 776 सांसदों में से 763 ने ही वोटिंग में हिस्सा लिया। इनमें से 15 के वोट अमान्य करार दिए गए।
कुल कितने वोटर, किसको मिले कितने वोट
राष्ट्रपति चुनाव में सभी राज्यों और 2 केंद्रशासित प्रदेशों (दिल्ली और पुदुचेरी) के चुने हुए सांसद और एमएलए वोट देते हैं। इस तरह इलेक्टोरल कॉलेज में 4,033 विधायक और 776 चुने हुए सांसद शामिल थे। इनमें से 3,991 विधायकों और 763 सांसदों ने वोट दिया। 53 वोट अमान्य घोषित हुए, जिनमें 15 सांसद और 38 विधायक के वोट शामिल हैं।
एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को कुल 2,824 सांसदों और विधायकों ने वोट दिए, जिनका वोट वैल्यू 6,76,803 रहा। विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को 1,877 सांसदों, विधायकों ने वोट दिए जिसका वोट वैल्यू 3,80,177 रहा। वोट वैल्यू के हिसाब से मुर्मू को 64 प्रतिशत और सिन्हा को 36 प्रतिशत वोट मिले।
क्या बोले नवनिर्वाचित राष्ट्रपति मुर्मू के भाई?
द्रौपदी मुर्मू को देश की 15वीं राष्ट्रपति चुने जाने पर उनके भाई तारिणीसेन टुडू ने गुरुवार को कहा, “उन्होंने बचपन से बहुत संघर्ष किया है…यह सभी के लिए प्रेरणा है।” तारिणीसेन ने कहा, “मेरी बहन आदिवासी क्षेत्र से राष्ट्रपति बनने वाली हैं जिसकी हमें बहुत खुशी है।” बकौल तारिणीसेन, “वह बचपन से बहुत तेज़ थीं…सभी लोग उनका आदर करते थे।”
राष्ट्रपति चुनाव 2022 में विजयी होने पर मैं श्रीमती द्रौपदी मुर्मू को बधाई देता हूँ।
देशवासियों को उम्मीद है कि 15वें राष्ट्रपति के रूप में वो बिना किसी भय या पक्षपात के संविधान की संरक्षक के रूप में जिम्मेदारी निभाएंगी। pic.twitter.com/tphTZe2QoM
— Yashwant Sinha (@YashwantSinha) July 21, 2022
यशवंत सिन्हा ने भगवद गीता का किया ज़िक्र
द्रौपदी मुर्मू से राष्ट्रपति चुनाव हारने के बाद यशवंत सिन्हा ने ट्विटर पर एक नोट शेयर किया है। उन्होंने लिखा, “मैंने विपक्षी दलों के प्रस्ताव को भगवद गीता में भगवान कृष्ण द्वारा दिए गए कर्म योग के दर्शन ‘फल की अपेक्षा के बगैर अपने कर्तव्य का निर्वहन करो’ की तरह स्वीकार किया।” उन्होंने मुर्मू को जीत की बधाई दी है।
ये भी पढ़ें : राष्ट्रपति चुनाव में जीतीं द्रौपदी मुर्मू, तीसरे राउंड की काउंटिंग में ही यशवंत सिन्हा को बड़े अंतर से हराया