लखनऊ: राजधानी का वह इलाका जहां रहना है मुश्किल, जानें मेहंदी टोला की कहानी

लखनऊ: राजधानी का वह इलाका जहां रहना है मुश्किल, जानें मेहंदी टोला की कहानी

लखनऊ। राजधानी के बजरंगबली वार्ड का मेंहदी टोला एक घनी आबादी वाला क्षेत्र है, इस इलाके में कुछ ऐसी जगह भी है, जहां एक मिनट खड़े होना भी मुश्किल है, इसकी वजह यहां की गंदगी है, संकरी गलियां और गंदी नालियां इस इलाके में मुसीबत का सबब दिखाई पड़ती हैं। खास समस्या की बात करें …

लखनऊ। राजधानी के बजरंगबली वार्ड का मेंहदी टोला एक घनी आबादी वाला क्षेत्र है, इस इलाके में कुछ ऐसी जगह भी है, जहां एक मिनट खड़े होना भी मुश्किल है, इसकी वजह यहां की गंदगी है, संकरी गलियां और गंदी नालियां इस इलाके में मुसीबत का सबब दिखाई पड़ती हैं।

खास समस्या की बात करें तो 100 साल से भी अधिक पुराने इस मोहल्ले में कुछ जगहों पर सीवर पड़ा हैं और कुछ जगहों पर सीवर दिखाई नहीं देता, मानव गंदगी नालियों में बहती है और यह एक दो घर की बात नहीं है,बल्कि बहुत से घरों से यह मानव गंदगी नालियों में बहती है, जिसकी बदबू से लोगों का जीना मुहाल है।

सबसे बुरा हाल श्रीराम मार्केट के पीछे वाली सड़क का है,पूरे इलाके का गंदा पानी इसी सड़क के ऊपर से बहता है, इस सड़क से पैदल निकलना अपने आप एक चुनौती है।

स्थानीय निवासी शेरा बताते हैँ कि गंदगी व बदबू की वजह से घर के बच्चों को खेलने तक के लिए बाहर नहीं निकलने देते हैँ। उनकों घर में ही रखते हैँ। यह गंदगी की ही मार है कि यहां के लोग आये दिन बीमार पड़ जाते हैँ।

बताया तो यहां तक जा रहा है कि इस इलाके में सफाई भी कभी कभार ही होती है, कुल मिलाकर इस इलाके के लोग नरकीय जीवन जीने को मजबूर है, जिन लोगों के इस इलाके में निजी मकान है, उनमें से बहुत से लोग ज्यादा कैंमरे पर बात नहीं करते हैं, बिना कैंमरे के पूरी बात बतातें हैं, लेकिन जो लोग किराये पर रहते हैं।

वह हकीकत बयां करने में कोई संकोच नहीं करते हैं, वह इस इलाके की असल सच्चाई से रुबरू कराते हैं। उनका कहना है जो सच है, किसी के दबाव व पहचान में छुपाया नहीं जा सकता हैं।

स्थानीय निवासी रवि गुप्ता कहते हैं पहले गंदगी रहती थी,लेकिन इधर कुछ दिनों से साफ-सफाई व्यवस्था दुरूस्त हुई है, अब नालियों के चोक होने की दिक्कत खत्म हो गई है। लेकिन यह समस्या फिर कब मुंह उठा ले,यह कहा नहीं जा सकता।

नाला बड़ी समस्या

समरजीत प्रजापति बताते हैं कि इस इलाके से एक नाला बहता है। जो अन्य वार्डों से होकर गुजरता है, यह नाला पूरी तरह से खुला हुआ है। जिसमें अक्सर गाय व अन्य जानवर गिर जाते हैं, यह सड़क पॉलिटेक्निक के पीछे का क्षेत्र बताया जाता है। यहां पर बिजली तक के पोल गायब हो गये हैं।

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