व्यक्तित्व निर्माण के लिए आगे आएं पंचायतें: डॉ. चन्द्रशेखर राणा

बाराबंकी। भौतिकता वाद के दायरे से निकलकर ग्राम पंचायतों को आगे आना है। पंचायतों के संस्थागत विकास गांव की समृद्धि में सदस्यों की बड़ी भूमिका होती है। यह विचार जिला पंचायत सभागार में प्रशिक्षित ग्राम पंचायत सदस्यों की मध्य उत्तर प्रदेश की कार्यशाला में में बोलते हुए तीसरी अभियान सरकार के संस्थापक डा.चन्दशेखर राणा ने …
बाराबंकी। भौतिकता वाद के दायरे से निकलकर ग्राम पंचायतों को आगे आना है। पंचायतों के संस्थागत विकास गांव की समृद्धि में सदस्यों की बड़ी भूमिका होती है। यह विचार जिला पंचायत सभागार में प्रशिक्षित ग्राम पंचायत सदस्यों की मध्य उत्तर प्रदेश की कार्यशाला में में बोलते हुए तीसरी अभियान सरकार के संस्थापक डा.चन्दशेखर राणा ने बतौर मुख्य अतिथि के रूप में ग्राम पंचायत सदस्यो को सम्बोधित करते हुए कही।
उन्होंने बताया प्रदेश में अब तक पांच कार्यशाला हो चुकी है जिसमें पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर, लखनऊ, फैजाबाद, इलाहाबाद मंडल में हो चुकी है। मंडल स्तर पर आनलाइन प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके पंचायत प्रतिनिधियों को इन कार्यशालाओं में प्रशिक्षित किया जा रहा है।
जिससे ग्राम पंचायतों को जनसरोकार से जोड़ कर एक बड़ा अभियान चलाया जा सके और पंचायत में एक विराट व्यक्तित्व निर्माण हो सके। इस अभियान में इंडिया पंचायत फाउंडेशन भी संयुक्त रूप से कार्य कर रही है।
मिशन समृद्धि की निदेशक शचि सिंह ने प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके कार्यशाला में आए ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों से अपील की कि गांव में पौधरोपण, नालियों की स्वच्छता, साफ सफाई, बालविवाह की रोक थाम,पशु पक्षियों को पानी की व्यवस्था, ग्राम पंचायत को स्वच्छ रखने व गिरते हुए भूगर्भ जल स्तर को रोकने के लिए सामूहिकता की जरूरत है।
पंचायत प्रतिनिधि जब पांच दस लोगों के साथ जनसरोकार से जुड़े इस तरह के मुद्दों पर काम करेंगे तो लोग जुड़ते जायेगे और कारवां बढ़ता जायेगा। सरकार बजट दे सकती है गुणवत्ता की जिम्मेदारी हमारी है। हमें देखना पड़ेगा हमारी पंचायत कितना बेहतर सामाजिक निर्माण की दिशा में काम कर सकती है।
कार्यक्रम का संचालन चाइल्ड हेल्पलाइन के निदेशक तीसरी सरकार अभियान के क्षेत्रीय समन्वयक रत्नेश कुमार ने किया। कार्यक्रम में लखनऊ, फैजाबाद मंडल के प्रशिक्षित ग्राम पंचायत प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
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