हल्द्वानी में थम नहीं रहा अग्निपथ का विरोध, युवाओं पर पुलिस के बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज की निंदा

हल्द्वानी, अमृत विचार। भले ही देश की तीनों सेनाओं ने संयुक्त रूप से प्रेसवार्ता कर अग्निपथ योजना को लागू करने को लेकर स्थिति साफ कर दी हो लेकिन अभी भी देश भर में युवाओं का गुस्सा थमने का नाम नही ले रहा है। हल्द्वानी में भी युवा पुरानी भर्ती प्रक्रिया को बहाल करने और अग्निपथ …
हल्द्वानी, अमृत विचार। भले ही देश की तीनों सेनाओं ने संयुक्त रूप से प्रेसवार्ता कर अग्निपथ योजना को लागू करने को लेकर स्थिति साफ कर दी हो लेकिन अभी भी देश भर में युवाओं का गुस्सा थमने का नाम नही ले रहा है। हल्द्वानी में भी युवा पुरानी भर्ती प्रक्रिया को बहाल करने और अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग पर डटे हुए हैं। वहीं, 17 जून की सुबह तिकोनिया चौराहे पर अग्निपथ योजना के विरोध में प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर पुलिस के बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज और 400 युवाओं पर मुकदमा दर्ज करने की पुलिसिया कार्रवाई का भी विरोध और निंदा हो रही है।
आज हल्द्वानी के बुद्ध पार्क में परिवर्तनकामी छात्र संगठन के बैनर तले युवाओं ने अग्निपथ योजना को लेकर विरोध दर्ज कराया। उग्र प्रदर्शन की आशंका में पुलिस के जवान मौके पर जमे रहे, हालाकि युवाओं का विरोध पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहा। पछास के महासचिव महेश ने कहा कि पूर्व में युवा शारीरिक परीक्षाएं और मेडिकल पास कर चुके हैं, सरकार लगातार आश्वासन देती रही कि परीक्षाएं होंगी पर परीक्षाएं नहीं कराई गईं। अब सरकार कह रही है कि पुरानी भर्तियां रद्द हो गयी हैं अब सभी भर्तियां अग्निपथ योजना के तहत ही होंगी। यह तुगलकी आदेश युवाओं के सपनों को तोड़ने वाला है।
पछास के चंदन ने कहा कि केंद्र की मोदी सरकार 4 साल की अग्निपथ योजना के जरिये नौजवानों को छलने का काम कर रही है। देशभर में विभिन्न विभागों में 60 लाख पद खाली पड़े हैं। ऐसे में विभिन्न विभागों में अग्निवीरों को नौकरी में 10 प्रतिशत आरक्षण की बात धोखा है। केंद्र सरकार के मंत्री अग्निवीरों को 4 साल बाद 20 लाख के सपने बेच रहे हैं, इस बढ़ती महंगाई में रिटायर अग्निवीर इस पैसे से शादी करें, मकान बनाये, अन्य पारिवारिक जिम्मेदारी निभाये या अपना नया रोजगार बनाये। साफ है कि ये 20 लाख रुपये सरकारी शिगूफेबाजी ही है।
क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन के मोहन मटियाली ने कहा कि किसी भी देश की सुरक्षा सबसे बेहतर और सर्वोच्च बलिदान देकर देश की जनता ही कर सकती है। सरकार का भरोसा हथियारों पर है, ये हथियार भी तमाम निजी कंपनियों की मुनाफे के हिसाब से बनाये जाएंगे। लूट और अन्याय पर टिकी इस मुनाफाखोर पूंजीवादी व्यवस्था में मेहनतकश जनता की आवाज संघर्ष के बाद ही सुनी जाती है।

इस दौरान बीते दिनों हल्द्वानी में सेना भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं के प्रदर्शन के दौरान पुलिस द्वारा बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज और 400 युवाओं पर मुकदमा दर्ज करने की कारवाई की निंदा की। इस मौके पर परिवर्तनकामी छात्र संगठन के उमेश, अनिषेक, विजय नैनवाल, करतार, विनय कुमार, दीक्षित, अनुराग, सुभाष, क्रालोस से टीका राम, रियासत, वासिद, नसीम, रईस, समता सैनिक दल जिलाध्यक्ष जगदीश चन्द्र आदि रहे।

इधर, देश भर में इस योजना के विरोध के बीच आज कई संगठनों ने भारत बंद का ऐलान किया था। लेकिन कुमाऊं के प्रवेश द्वार हल्द्वानी में भारत बंद को कोई असर देखने को नहीं मिला। यहां रोजाना की तरह बाजार खुला रहा हालांकि एहतियातन सुरक्षा के लिहाज से तिकोनिया चौराहे के पास बुद्ध पार्क में पुलिस के जवान डेरा जमाए रहे।

बताते चलें कि अग्निपथ योजना के विरोध में उत्तराखंड के चंपावत, पिथौरागढ़, देहरादून समेत कई शहरों में युवा सड़कों पर आकर शांतिपूर्ण विरोध दर्ज करा रहे हैं। बीते रोज हल्द्वानी में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया था। ऐसे में आने वाले दिनों में उत्तराखंड में अग्निपथ योजना का विरोध बढ़ने के आसार हैं।