हल्द्वानी: शादी के तीन दिन बाद जंगल में मिला दूल्हे का शव

हल्द्वानी: शादी के तीन दिन बाद जंगल में मिला दूल्हे का शव

हल्द्वानी, अमृत विचार। शादी के तीन दिन बाद दूल्हे की संदिग्ध परिस्थियों में मौत हो गई। दूल्हा घर से दो किलोमीटर दूर जंगल में आखिरी सांसें लेते मिला, जिसे आनन-फानन में इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां कुछ ही घंटों में उसकी मौत हो गई। जहर से दूल्हे के मौत की आशंका जाहिर …

हल्द्वानी, अमृत विचार। शादी के तीन दिन बाद दूल्हे की संदिग्ध परिस्थियों में मौत हो गई। दूल्हा घर से दो किलोमीटर दूर जंगल में आखिरी सांसें लेते मिला, जिसे आनन-फानन में इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां कुछ ही घंटों में उसकी मौत हो गई। जहर से दूल्हे के मौत की आशंका जाहिर की जा रही है, लेकिन उसने जहर खुद खाया या खिलाया अभी कुछ कहा नहीं जा सकता।

बजूनिया हल्दू कोटाबाग कालाढूंगी निवासी नीरज (27) पुत्र स्व.पूरन चंद्र पेशे से कास्तकार है। बताया जाता है कि बीती 11 जून को नीरज की शादी हुई थी। नीरज के चचेरे भाई कमल बुडलाकोटी ने बताया कि बीती 15 अप्रैल की सुबह आठ से नौ बजे के बीच अचानक नीरज घर से किसी काम की बात कहकर घर निकल गया, लेकिन फिर लौटकर नहीं आया।

कुछ घंटे बीत जाने के बाद किसी ने नीरज को घर से दो किलोमीटर दूर जंगल में तड़पता देखा तो सूचना पुलिस और परिजनों को दी। आनन-फानन में परिजन और पुलिस मौके पर पहुंच गई। नीरज की हालत नाजुक थी। आनन-फानन में उसे सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय हल्द्वानी लाया गया। जहां दोपहर डेढ़ बजे उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।

मौत की खबर से घर में कोहराम मच गया। कालाढूंगी थानाध्यक्ष राजवीर सिंह नेगी ने बताया कि संभवत: जहर की वजह से नीरज की मौत हुई है, लेकिन पुख्ता तौर पर मौत की वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता लगेगी। इधर, चचेरे भाई कमल को इस बात पर भरोसा नहीं कि नीरज जहर खाकर अपनी जान देगा। उसका कहना है कि सब कुछ ठीक था, ऐसे में आत्महत्या की बात बेमानी है।

बीवी को मायके ले गया था, लौटा तो मिली मौत
हल्द्वानी। पूरे मामले में कई चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। बताया गया कि शादी के बाद दुर्गुन में नीरज पत्नी के साथ उसके मायके गया था। जहां नीरज को कई सारे राज पता लगे। अगले ही दिन वह पत्नी को लेकर वापस लौट आया और फिर जंगल में नीरज के पड़े होने की खबर मिली।

बहुत जल्दी में करा दी गई थी नीरज की शादी
हल्द्वानी। एक साल पहले नीरज के पिता पूरन चंद्र की मौत हो गई थी। जबकि बहन की पहले ही शादी हो चुकी थी। घर में नीरज और उसकी मां खष्टी देवी ही थी। पिता की मौत को एक साल पूरा होते ही शादी की प्लानिंग की जाने लगी और इसी बीच उसके लिए रिश्ता आया और आनन-फानन में शादी करा दी गई। क्षेत्र में पत्नी के किसी और से संबंध की चर्चा भी है हालांकि इसकी अभी तक पुष्टि नहीं हुई है।