गोंडा: संघर्षपूर्ण मुकाबले में कुसुमा बनी मुजेहना ब्लाक प्रमुख

गोंडा: संघर्षपूर्ण मुकाबले में कुसुमा बनी मुजेहना ब्लाक प्रमुख

गोंडा। मुजेहना ब्लॉक के ब्लॉक प्रमुख चुनाव में बीजेपी ने ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए जीत का परचम लहराया है। बीजेपी की अधिकृत प्रत्याशी सुषमा देवी ब्लाक प्रमुख चुनाव में विजयी रही हैं और उन्होंने बीजेपी से बगावत कर कैसरगंज सांसद के समर्थन से चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी अपने निकटतम प्रतिद्वंदी श्याम बाबू कौशल को 3 …

गोंडा। मुजेहना ब्लॉक के ब्लॉक प्रमुख चुनाव में बीजेपी ने ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए जीत का परचम लहराया है। बीजेपी की अधिकृत प्रत्याशी सुषमा देवी ब्लाक प्रमुख चुनाव में विजयी रही हैं और उन्होंने बीजेपी से बगावत कर कैसरगंज सांसद के समर्थन से चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी अपने निकटतम प्रतिद्वंदी श्याम बाबू कौशल को 3 मतों से हरा दिया है।

बुधवार को ब्लॉक प्रमुख चुनाव में पड़े कुल 102 मतों में से कुसमा को 52 मत मिले जबकि उनके प्रतिद्वंदी श्याम बाबू को 49 मतों से संतोष करना पड़ा। एक वोट अवैध घोषित किया गया। कुसमा की जीत का ऐलान होते हुए बीजेपी कार्यकर्ता जश्न में डूब गए और सड़क पर उतरकर कार्यकर्ताओं ने जमकर जश्न मनाया। गोंडा सांसद कीर्तिवर्धन सिंह व बीजेपी जिलाध्यक्ष अमर किशोर बमबम ने इस जीत को ऐतिहासिक करार देते हुए कहा कि यह पार्टी के कार्यकर्ताओं की जीत है।

मुजेहना में ब्लॉक प्रमुख चुनाव को लेकर बुधवार को पूरे दिन गहमागहमी गर्मी रही। हालांकि जिला प्रशासन की तरफ से सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे और पूरे ब्लाक परिसर पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था जिलाधिकारी डॉ उज्जवल कुमार और पुलिस अधीक्षक संतोष मिश्रा पूरे दिन मौके पर डटे रहे।

मुजेहना के ब्लॉक प्रमुख चुनाव में बीजेपी ने पार्टी के महिला मोर्चा की मंडल उपाध्यक्ष कुसमा देवी को अधिकृत प्रत्याशी घोषित किया था। कुसमा के समर्थन में गोंडा सांसद कीर्तिवर्धन सिंह व मेहनौन विधायक विनय कुमार द्विवेदी के साथ पूरा बीजेपी संगठन था जबकि कैसरगंज सांसद बृजभूषण शरण सिंह पार्टी से बगावत कर चुनाव मैदान में उतरे श्याम बाबू कौशल का समर्थन कर रहे थे।

पार्टी में ही मचे घमासान को लेकर चुनाव के दौरान काफी गहमागहमी रही। पार्टी नेताओं के आपसी वर्चस्व को देखते हुए न सिर्फ कार्यकर्ता असमंजस में थे बल्कि प्रशासन भी काफी सहमा हुआ नजर आया। किसी अनहोनी की आशंका को देखते हुए पूरे धानेपुर कस्बे को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था। ब्लॉक प्रमुख चुनाव के लिए कुल 102 बीडीसी सदस्यों ने मतदान किया। इनमें से 52 मत पाकर कुसमा देवी ब्लाक प्रमुख निर्वाचित जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी श्याम बाबू कौशल को 49 मतों से संतोष करना पड़ा।

मतगणना के दौरान एक मत को अवैध घोषित किया गया। कुसमा की जीत पर बीजेपी सांसद कीर्तिवर्धन सिंह ने कहा कि यह जीत बीजेपी संगठन और पार्टी के कार्यकर्ताओं की मेहनत का परिणाम है। कैसरगंज सांसद बृजभूषण शरण सिंह के बगावत के सवाल पर कीर्तिवर्धन सिंह ने कहा कि जो काम संगठन ने सौंपा था उन्होंने पूरा किया है।

कौन विरोध कर रहा है कौन समर्थन कर रहा है यह देखना उनका काम नहीं है। यह संगठन अपने स्तर से देखेगा। वहीं बीजेपी के जिलाध्यक्ष अमर किशोर कश्यप उर्फ बमबम ने इसे ऐतिहासिक जीत बताते हुए कहा कि यह कार्यकर्ताओं की अथक मेहनत का परिणाम है।

कार्यकर्ताओं ने तन मन धन के साथ इस चुनाव में मेहनत की जिसकी बदौलत पार्टी को यह जीत हासिल हुई है। मतगणना के दौरान सांसद प्रतिनिधि रमाशंकर मिश्र, राजेश सिंह,सूबेदार मिश्र, अजय सिंह, प्रधान संघ के ब्लॉक अध्यक्ष विनोद कुमार सिंह, शेषराम बारी बृजेश द्विवेदी,दान सिंह, पवन मझारा, लखपत शुक्ला, इंद्र कांत शुक्ला, रंगनाथ शुक्ला उर्फ गुड्डू, सालिकराम बारी,पहाड़ी सिंह व बड़ी संख्या में बीजेपी कार्यकर्ता मौजूद रहे।

दिन भर डटे रहे करनभूषण, शाम को मिली मायूसी

बीजेपी से बगावत कर ब्लॉक प्रमुख चुनाव में उतरे श्याम बाबू कौशल के समर्थन में कैसरगंज के सांसद बृजभूषण शरण सिंह के बेटे करण भूषण सिंह पूरे दिन मतदान स्थल के बाहर बनाए गए कैंप में डटे रहे। करनभूषण सिंह एक बड़े लाव लश्कर के साथ सुबह ही मतदान स्थल पर पहुंच गए थे दिनभर वह अपने प्रत्याशी और समर्थकों का उत्साह बढ़ाते रहे। लेकिन मतदान के बाद जब मतगणना शुरू हुई तो उनके खेमे में मायूसी छाने लगी। चुनाव परिणाम आया तो वह मायूस होकर वापस लौट गए।

दोनों गुटों की गहमागहमी से बढ़ती रही प्रशासन की धड़कन

ब्लॉक प्रमुख चुनाव में सत्तारूढ़ दल के दो खेमों में फट जाने के कारण जिला प्रशासन सबसे अधिक मुसीबत में रहा। मतदान से लेकर मतगणना तक जिला प्रशासन के अफसरों की सांसे अटकी रही और खेमे बंदी में शामिल कार्यकर्ता प्रशासन की धड़कन बढ़ाते रहे। दरअसल बीजेपी से बगावत कर चुनाव मैदान में उतरे श्याम बाबू कौशल के समर्थन में कैसरगंज सांसद के बेटे करण भूषण सिंह सुबह 11:00 बजे ही मतदान स्थल पर पहुंच गए।

सैकड़ों वाहनों के काफिले के साथ पहुंचे करण भूषण व उनके समर्थकों ने प्रशासन की धुकधुकी बढ़ाए रखी। मतदान व मतगणना के बीच कई बार उनके समर्थकों की प्रशासन से झड़प भी हुई। हालांकि पुलिस अफसरों ने सूझबूझ का परिचय देते हुए हालात को संभाले रखा।

पुलिस छावनी में तब्दील रहा कस्बा धानेपुर

ब्लॉक प्रमुख चुनाव में बीजेपी की खेमेबंदी को देखते हुए मुजेहना ब्लॉक परिसर समेत पूरे धानेपुर को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया था। पुलिस ने अवांछित लोगों की एंट्री रोकने के लिए कस्बे से 5 किलोमीटर दूर बग्गीरोड में ही चेकिंग पॉइंट बनाया था। यहां बाकायदा चेकिंग के बाद ही वाहनों को आगे बढ़ने दिया गया। वहीं मतदान केंद्र के दोनों तरफ 100 मीटर की दूरी पर भी पुलिस ने बैरिकेडिंग कर रखी थी।

इन बैरियर्स पर अपर जिलाधिकारी सुरेश कुमार सोनी, अपर पुलिस अधीक्षक शिवराज प्रजापति, क्षेत्राधिकारी नगर लक्ष्मीकांत गौतम, क्षेत्राधिकारी मनकापुर संजय तलवार, प्रभारी निरीक्षक धानेपुर संजय कुमार गुप्ता, प्रभारी निरीक्षक कर्नलगंज सुधीर कुमार सिंह व थानाध्यक्ष चितवन कुमार समेत 12 थानों की पुलिस फोर्स तैनात रही। इसके अलावा जिलाधिकारी डॉ उज्जवल कुमार व पुलिस अधीक्षक संतोष मिश्रा पूरे दिन ब्लॉक परिसर में डटे रहे।

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