उत्तराखंड: राज्य में चलेगा राष्ट्रीय नेत्र ज्योति अभियान, जानें कैसे मिलेगा इसका फायदा

उत्तराखंड: राज्य में चलेगा राष्ट्रीय नेत्र ज्योति अभियान, जानें कैसे मिलेगा इसका फायदा

हल्द्वानी, अमृत विचार। राष्ट्रीय नेत्र ज्योति अभियान के तहत आगामी तीन सालों में राज्य में मोतियाबिंद ऑपरेशन कर प्रदेश को अंधता और गंभीर दृष्टिविहीनता से ग्रसित लोगों को मुक्त किया जाना है। इसके तहत कुमाऊं मंडल में 14 हजार से ज्यादा लोगों का उपचार किया जायेगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अधिकारियों के अनुसार साल 2022-23 …

हल्द्वानी, अमृत विचार। राष्ट्रीय नेत्र ज्योति अभियान के तहत आगामी तीन सालों में राज्य में मोतियाबिंद ऑपरेशन कर प्रदेश को अंधता और गंभीर दृष्टिविहीनता से ग्रसित लोगों को मुक्त किया जाना है। इसके तहत कुमाऊं मंडल में 14 हजार से ज्यादा लोगों का उपचार किया जायेगा।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अधिकारियों के अनुसार साल 2022-23 में अल्मोड़ा जिले में 2200, बागेश्वर जिले में 2000, चम्पावत जिले में 1800, नैनीताल जिले में 5800, पिथौरागढ़ जिले में 2000, ऊधमसिंह नगर जिले में 8500 लोगों की आंखों के उपचार का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की उत्तराखंड निदेशक डॉ. सरोज नैथानी के अनुसार सर्वे रिपोर्ट (2015-2018) के अनुसार उत्तराखंड में 50 वर्ष से अधिक उम्र के लगभग 66 हजार व्यक्ति अंधता एवं 64 हजार व्यक्ति नेत्रों के गंभीर रोग का सामना कर रहे हैं। साथ ही यह भी अनुमान है कि अंधता व नेत्रों के गंभीर रोग से पीड़ित व्यक्तियों की संख्या में प्रतिवर्ष 20 प्रतिशत की वृद्धि हो रही है। बताया कि राज्य को आगामी 3 वर्षों हेतु 2 लाख 15 हजार 4 सौ मोतियाबिंद ऑपरेशन का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। जिसमें वर्ष 2022-23 हेतु 59 हजार 8 सौ मोतियाबिंद ऑपरेशन का लक्ष्य प्राप्त हुआ है।

यहां हैं नेत्र रोग विभाग क्रियाशील
राज्य में कुल 49 नेत्र शल्यक, 102 दृश्टिमितिज्ञ और 17 अनुबंधित निजी चिकित्सालय/गैर सरकारी संगठन कार्यरत हैं। साथ ही चार राजकीय मेडिकल कॉलेज, दो निजी मेडिकल कॉलेज और एक एम्स स्थित है जहां पर नेत्र रोग विभाग क्रियाशील हैं।

राष्ट्रीय नेत्र ज्योति अभियान के सफल संचालन हेतु समस्त जनपदों को प्रशिक्षण प्रदान कर दिया गया है व अभियान का कार्य भी प्रारंभ हो चुका है। राज्य स्तर से अनुश्रवण समिति के कार्यों की समीक्षा भी की जायेगी व आगामी तीन सालों तक राज्य में राष्ट्रीय नेत्र ज्योति अभियान के अंतर्गत राज्य, जनपद और ब्लॉक स्तर पर निरंतर प्रयास किये जायेंगे। – डा. सरोज नैथानी, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की उत्तराखंड निदेशक