बरेली: खंडहर बनकर रह गया 17 साल पुराना स्कूल

अमृत विचार, बरेली। 17 साल पहले बच्चों के शोर से गुलजार रहने वाला प्राथमिक स्कूल बंद होने के बाद दोबारा शुरू नहीं हो सका है। भवन अब खंडहर में तब्दील हो चुका है। इसे अब भूतिया खंडहर के नाम से लोग जानने लगे हैं। स्कूल बंद होने के बाद उम्मीद थी की स्कूल दोबारा से …
अमृत विचार, बरेली। 17 साल पहले बच्चों के शोर से गुलजार रहने वाला प्राथमिक स्कूल बंद होने के बाद दोबारा शुरू नहीं हो सका है। भवन अब खंडहर में तब्दील हो चुका है। इसे अब भूतिया खंडहर के नाम से लोग जानने लगे हैं। स्कूल बंद होने के बाद उम्मीद थी की स्कूल दोबारा से खुलेगा तो स्थानीय बच्चों को पढ़ाई के लिए सुविधा हो जाएगी, लेकिन ऐसा हो न सका और लंबा समय अब गुजर चुका है। स्थानीय लोगों के मुताबिक आसपास स्कूल न होने के कारण बच्चों को दूसरे क्षेत्र के स्कूलों में जाना पड़ रहा है। इस कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
स्कूल के लिए दी गई भूमि पर रार बनी बाधक
किला क्षेत्र में नौ देवी मंदिर के पास स्थित स्कूल की भूमि निजी होने के कारण बंद कर यहां के पंजीकृत बच्चों को किसी दूसरे स्कूल में शिफ्ट करा दिया गया था। बच्चों की शिक्षा की समस्या को देखते हुए स्थानीय लोगों ने पास ही केलाबाग स्थित भूमि पर विद्यालय निर्माण कराने के लिए विभाग से मांग की। लेकिन अधिकारियों ने इस मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया। परिणाम यह रहा कि बच्चों के लिए स्कूल बनने वाली इस भूमि पर कूड़ा और गोबर फेंका जा रहा है। आसपास गंभीर बीमारियों के फैलने की आशंका बनी हुई है।
लोगों की चाहत है बने स्कूल- चंद्र प्रकाश गुप्ता , पार्षद
जिम्मेदार अधिकारियों ने चाहा होता तो अब तक यहां स्कूल बनकर तैयार हो चुका होता। स्कूल न होने के कारण आसपास के बच्चों को दूसरे स्कूलों में जाना पड़ रहा है।
ये भी पढ़ें- बरेली: ट्रंक सीवर लाइन बिछाने को 10 दिन तक बंद रहेगा चौपुला-बदायूं मार्ग