बरेली: 20 वर्ष से बंद है कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय का एक कमरा

बरेली: 20 वर्ष से बंद है कंपोजिट उच्च प्राथमिक विद्यालय का एक कमरा

बरेली, अमृत विचार। स्कूली बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा मुहैया कराने के साथ ही स्कूलों में अधिक से अधिक सुविधाओं का इजाफा करने का प्रयास किया जा रहा है। नगर क्षेत्र के कई स्कूल ऐसे हैं जहां कक्षाओं का संचालन बंद कर उन्हें स्टोर रूम या कबाड़ रूम के तौर पर उपयोग में लिया जा …

बरेली, अमृत विचार। स्कूली बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा मुहैया कराने के साथ ही स्कूलों में अधिक से अधिक सुविधाओं का इजाफा करने का प्रयास किया जा रहा है। नगर क्षेत्र के कई स्कूल ऐसे हैं जहां कक्षाओं का संचालन बंद कर उन्हें स्टोर रूम या कबाड़ रूम के तौर पर उपयोग में लिया जा रहा है, लेकिन बारादरी क्षेत्र के कंपोजिट उच्च प्राथमिक स्कूल में एक ऐसा कमरा है, जिसमें 20 वर्षों से ताला लटका पड़ा है।

हैरानी की बात है कि इतने लंबे समय से बंद पड़े कमरे को खोलने तक की जरूरत किसी विभागीय अधिकारी ने नहीं समझी, ताकि इस कमरे का उपयोग स्कूली कार्य में किया जा सके।
कमरे में किसी घोटाले के सबूत तो नहीं
विभागीय सूत्रों के मुताबिक लगभग 20 वर्ष पूर्व बच्चों को गणित व विज्ञान किट वितरित करने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना संचालित थी। इससे संबंधित सामान बच्चों में वितरित नहीं हुए और ज्यादातर सामान इसी कमरे में सड़ गए या खराब हो गए। हालांकि उन दिनों लापरवाही का मामला उजागर होने पर तत्कालीन जिलाधिकारी के नेतृत्व में सिटी मजिस्ट्रेट, बीएसए और नगर शिक्षा अधिकारी समेत तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया।

इस कमेटी की निगरानी में स्कूल के कमरे का ताला खुलवाकर सामानों की गिनती हुई। बताया जाता है कि इस दौरान जो सामान खराब निकले उन्हें फेंकवाकर जो सही सामान मिले उन्हें दोबारा से बाकायदा सील करा दिए गए। जो अभी तक स्कूल के प्रधानाध्यापक, शिक्षक और बच्चों के लिए रहस्य बना हुआ है।

जानकारी के बावजूद अधिकारी नहीं जुटा पाए ताला खोलने की हिम्मत
विभागीय लोगों की माने तो स्कूल के रहस्यमयी कमरे के बंद होने की जानकारी होते हुए भी विभागीय अधिकारी इसे खुलवाने की हिम्मत नही जुटा पा रहे । जबकि शहर के बीचों बीच होने के चलते आए दिन नगर खंड शिक्षा अधिकारी और बीएसए निरीक्षण के लिए स्कूल पहुंचते रहते हैं।

 

स्कूल में कमरा बंद होने की सूचना नहीं है, मामला संज्ञान में आया है । इसकी जांच कराई जाएगी। इस संबंध में बीएसए को पत्र भी जारी कर तत्काल अवगत कराने के निर्देश दिए जाएंगे।—गिरिवर सिंह, एडी बेसिक

लंबे समय से स्कूल में तैनात हूं, आज तक मेरे सामने कभी यह कमरा नहीं खुला, न मेरे पास इसकी चाबी है। इसमें क्या है और क्यों बंद किया गया है, इसके बारे में भी कोई जानकारी मेरे पास नहीं है।—सैय्यद असद अली, प्रधानाध्यापक, कंपोजिट उच्च प्राथमिक स्कूल, बारादरी

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