बुलंदशहर : बीएसए अखंड प्रताप सिंह की बढ़ीं मुश्किलें, आयोग ने भेजा नोटिस

बुलंदशहर : बीएसए अखंड प्रताप सिंह की बढ़ीं मुश्किलें, आयोग ने भेजा नोटिस

बुलंदशहर। जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) अखंड प्रताप सिंह की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही है। उत्तर प्रदेश सूचना आयोग लखनऊ की ओर से अखंड प्रताप सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी करके स्पष्टीकरण मांगा गया है। वहीं, प्रयागराज के पूर्व बीएसए संजय कुमार कुशवाहा को प्रतिकूल प्रविष्टि देकर अनुशासनिक कार्यवाही खत्म कर …

बुलंदशहर। जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी (बीएसए) अखंड प्रताप सिंह की मुश्किलें बढ़ती हुई नजर आ रही है। उत्तर प्रदेश सूचना आयोग लखनऊ की ओर से अखंड प्रताप सिंह को कारण बताओ नोटिस जारी करके स्पष्टीकरण मांगा गया है। वहीं, प्रयागराज के पूर्व बीएसए संजय कुमार कुशवाहा को प्रतिकूल प्रविष्टि देकर अनुशासनिक कार्यवाही खत्म कर दी गई है। संजय इन दिनों फतेहपुर जिले के बीएसए रूप में कार्यरत हैं।

दरअसल, सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत आवेदक जैनेंद्र कुमार गुप्ता को सूचना उपलब्ध न कराने पर आवेदक ने बुलंदशहर के बीएसए अखंड प्रताप सिंह के खिलाफ उत्तर प्रदेश सूचना आयोग लखनऊ में अपील की। जिस पर आयोग ने बीएसए को स्वयं उपस्थित होने के निर्देश दिए थे और सूचना देने में विलंब होने पर शासन ने स्पष्टीकरण मांगा था। लेकिन बीएसए के जवाब को संतोषजनक नहीं पाया गया। उन्हें जनसूचना के क्रियान्वयन में शिथिलता बरतने का दोषी पाया गया है। बेसिक शिक्षा के विशेष सचिव आरवी सिंह ने अनुशासनिक कार्यवाही के तहत बीएसए अखंड प्रताप सिंह को नोटिस देकर 15 दिन में स्पष्टीकरण मांगा है।

फतेहपुर के बीएसए को प्रतिकूल प्रविष्टि

दूसरी तरफ प्रयागराज जिले में सहसमन्वयक के पद पर चयन संबंधी अनियमितता व अभ्यर्थियों की उत्तर पुस्तिका पर अंकित अंकों में फेरबदल करने के मामले में बीएसए संजय कुमार कुशवाहा को प्रतिकूल प्रविष्टि देकर अनुशासनिक कार्यवाही खत्म करने का निर्णय लिया गया है। अनियमितता के गंभीर आरोपों पर शासन ने प्रयागराज के तत्कालीन बीएसए संजय कुमार कुशवाहा के विरुद्ध अनुशासनिक कार्यवाही शुरू की थी। वहीं, इस मामले की जांच मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक कानपुर मंडल को सौंपी गई थी। जांच में बीएसए पर लगे आरोप सही नहीं पाए गए। विशेष सचिव ने पूर्व बीएसए को प्रतिकूल प्रविष्टि देते हुए अनुशासनिक कार्यवाही खत्म करने का निर्णय लिया गया।

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