हरदोई : रिश्वतखोरी का अड्डा बना सीएचसी पिहानी

हरदोई। शहर-शहर और गांव-गांव सरकारी इलाज कराने का ढिंढोरा भले ही पीटा जा रहा है। लेकिन सच तो यह है कि पीटा जा रहा ढ़िढ़ोरा ठोंग के सिवा और कुछ भी नहीं है। सीएमओ से की गई शिकायत में सरकारी सिस्टम की सारी पोल खुल गई। पिहानी सीएचसी पर बगैर रिश्वत के मरीज़ का इलाज …
हरदोई। शहर-शहर और गांव-गांव सरकारी इलाज कराने का ढिंढोरा भले ही पीटा जा रहा है। लेकिन सच तो यह है कि पीटा जा रहा ढ़िढ़ोरा ठोंग के सिवा और कुछ भी नहीं है। सीएमओ से की गई शिकायत में सरकारी सिस्टम की सारी पोल खुल गई। पिहानी सीएचसी पर बगैर रिश्वत के मरीज़ का इलाज तो दूर की बात,उसके हाथ तक नहीं लगाया जा रहा है और तो और शिकायत करने के बाद भी वहां के ज़िम्मेदार कुछ करना तो दूर,बोलना तक गुनाह समझते हैं।
दरअसल मामला कुछ ऐसा है कि पिहानी ब्लाक के हन्न पसिगवां निवासी लालजीत पुत्र अशोक ने सीएमओ से की शिकायत में कहा है कि 3 फरवरी को वह अपनी पत्नी प्रेमा देवी को प्रसव पीड़ा के दौरान एम्बुलेंस से पिहानी सीएचसी ले गया था। जहां प्रेमा ने बच्ची को जन्म दिया।
बकौल लालजीत,उसके पास पैसे नहीं थे, लेकिन वहां की नर्स,वार्ड आया और वार्ड ब्वाय बख्शिश की शक्ल में रिश्वत मांगने लगे। काफी झिक-झिक होने पर उसने दूसरे से उधार-कर्ज़ ले कर नर्स को पांच सौ,वार्ड आया को ढ़ाई सौ और वार्ड ब्वाय को सौ रुपए दिए।इसके बाद भी प्रेमा के इलाज पर ध्यान नहीं दिया गया।
अगले दिन प्रेमा की छुट्टी हो गई।उसके लिए भी उससे रुपए झपट लिए गए। किसी तरह वह एम्बुलेंस-102 की मदद से प्रेमा को गांव ले जा रहा था। लेकिन उसके ड्राइवर अरविंद यादव ने रुपए मांगे,न देने पर लालजीत का आधार कार्ड छीन लिया। इतना ही नहीं गांव से काफी दूर पहले ही जबरन एम्बुलेंस से नीचे उतार दिया।
बरसते मौसम में वह प्रसूता को घर तक पैदल ही लाया। इस बाबत उसने 21 फरवरी को सीएचसी इंचार्ज को शिकायत सौंपी, लेकिन उन्होंने ज़रा भी ध्यान नहीं दिया। लालजीत ने सीएमओ से शिकायत करते हुए सरकारी सिस्टम की सच्चाई सामने ला कर रख दी। इस बारे में सीएमओ डा.ओपी तिवारी का कहना है कि शिकायत गंभीर है, जांच करा कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
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