केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर का बड़ा बयान,कहा- डॉ.भीमराव अम्बेडकर के नाम का हुआ दुरुपयोग

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी और उनकी मुखिया मायावती ने डॉ.भीमराव अम्बेडकर के नाम का बहुत दुरूपयोग किया है। डॉ.अम्बेडकर की विचारधारा का नाम लेकर लोगों को भ्रमित करने का काम किया गया। डॉ.अम्बेडकर केवल एक समाज के मसीहा नहीं थे,बल्कि वह सर्वसमाज के मसीहा थे। यह कहना है केंद्र सरकार में आवासन एवं शहरी कार्य …
लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी और उनकी मुखिया मायावती ने डॉ.भीमराव अम्बेडकर के नाम का बहुत दुरूपयोग किया है। डॉ.अम्बेडकर की विचारधारा का नाम लेकर लोगों को भ्रमित करने का काम किया गया। डॉ.अम्बेडकर केवल एक समाज के मसीहा नहीं थे,बल्कि वह सर्वसमाज के मसीहा थे। यह कहना है केंद्र सरकार में आवासन एवं शहरी कार्य राज्यमंत्री व पारख महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष कौशल किशोर का।
उन्होंने यह बातें दारूलसफा स्थित कामनहाल में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान कही। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि डॉ.अम्बेडकर सर्वसमाज के मसीहा थे, डॉ.अम्बेडकर 20वीं सदी के ज्ञान के प्रतीक के रूप में जाने जाते हैं। उन्होंने कहा कि पारख महासंघ व भारतीय जनता पार्टी मिलकर डॉ.अम्बेडकर की विचारधारा को पूरे देश में ले जाने का काम करेंगी।
केन्द्रीय राज्यमंत्री कौशल किशोर ने कहा कि जातिवादी टाइटल नाम के आगे लगाने से जातियों का पता चलता है और यही कारण हैं कि जातिवाद व्याप्त रहता है,उन्होंने कहा कि इसको लेकर एक सवाल हमने पार्लियामेंट में उठाया था,जातिसूचक टाइटल जब तक लोग लगाते रहेंगे, तब तक जातियां विद्यमान रहेंगी। यदि जातिसूचक शब्द हटा भी दिया जायेगा,तो भी जातिवाद को खत्म करने में एक सदी लग जायेगी।
इसी वजह से एक वैचारिक आन्दोलन चलाया गया,जिसकी वजह से लोग अपने आप से जातिसूचक शब्द हटायें। उन्होंने बताया कि नाम के आगे जातिसूचक शब्द न लगाने का काम आरएसएस लंबे समय से करता चला आ रहा है,आरएसएस के कार्यकर्ता अपने नाम के आगे जातिसूचक शब्द नहीं लगाते और डॉ.अम्बेडकर के मिशन को पूरा करने का काम कर रहे हैं।
राज्यमंत्री कौशल किशोर ने बताया कि डॉ.अम्बेडकर के जयंती की पूर्व संध्या पर गांधी भवन सभागार में एक वैचारिक सम्मेलन किया जायेगा,इस सम्मेलन डॉ.अम्बेडकर के मिशन को पूरा करने में भाजपा एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की भूमिका विषय पर चर्चा होगी,इसमें करीब दो हजार लोग हिस्सा लेंगे।
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