वाराणसी: पूर्वांचल के हजारों एथलीट को सिंथेटिक ट्रैक का इंतजार, घास के मैदान और मिट्टी पर प्रैक्टिस करने को मजबूर खिलाड़ी

वाराणसी। काशी को एथलेटिक्स छात्रावास के रूप में पहली सौगात मिली है। वाराणसी के लालपुर स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर स्पोर्ट्स कांपलेक्स के स्टेडियम में करीब पूर्वांचल के 10 हजार खिलाड़ियों को इसका लाभ मिलने का अनुमान है। खिलाड़ियों का कहना है कि आज तक लालपुर ग्राउंड पर एथलेटिक्स गेम्स के लिए सिंथेटिक ट्रैक ही नहीं …
वाराणसी। काशी को एथलेटिक्स छात्रावास के रूप में पहली सौगात मिली है। वाराणसी के लालपुर स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर स्पोर्ट्स कांपलेक्स के स्टेडियम में करीब पूर्वांचल के 10 हजार खिलाड़ियों को इसका लाभ मिलने का अनुमान है।
खिलाड़ियों का कहना है कि आज तक लालपुर ग्राउंड पर एथलेटिक्स गेम्स के लिए सिंथेटिक ट्रैक ही नहीं बना तो हॉस्टल का क्या करेंगे। खिलाड़ी कहां पर प्रैक्टिस करेंगे। हम घास के मैदान और मिट्टियों पर प्रैक्टिस करने को मजबूर हैं। सभी राष्ट्रीय एथलेटिक प्रतियोगिता सिंथेटिक ट्रैक पर ही हो सकती है। मजबूरन हम लोगों को वाराणसी से बाहर पलायन करना पड़ता है।
दो साल पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बड़ालालपुर स्थित क्रीड़ा संकुल में एथलेटिक्स के आधुनिक सिंथेटिक ट्रैक के निर्माण का उद्घाटन किया था।
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