नैनीताल: हथकरघा प्रदर्शनी के विरोध में उतरे व्यापारी, डीएम के आदेश पर देर शाम लगे स्टॉल

नैनीताल, अमृत विचार। डीएसए मैदान में भारत सरकार के सहयोग से नेहरू युवा मंडल की ओर से लगने वाली हथकरघा प्रदर्शनी का जमकर विरोध हुआ। यहां लगने वाली दुकानों के विरोध में व्यापारियों की पालिका प्रशासन से तीखी नोंक झोंक हुई। देर शाम शुक्रवार को डीएसए मैदान में हथकरघा प्रदर्शनी का उद्घाटन हुआ। इसके बाद …
नैनीताल, अमृत विचार। डीएसए मैदान में भारत सरकार के सहयोग से नेहरू युवा मंडल की ओर से लगने वाली हथकरघा प्रदर्शनी का जमकर विरोध हुआ। यहां लगने वाली दुकानों के विरोध में व्यापारियों की पालिका प्रशासन से तीखी नोंक झोंक हुई।
देर शाम शुक्रवार को डीएसए मैदान में हथकरघा प्रदर्शनी का उद्घाटन हुआ। इसके बाद शनिवार सुबह व्यापारी यहां बड़ी संख्या में पहुंचे और प्रदर्शनी में दुकानें नहीं लगने दी। इस दौरान पालिका प्रशासन और व्यापारियों के बीच जमकर बहस हुई। व्यापारियों ने यहां दुकानें लगाने का विरोध किया, उनका कहना था कि यहां प्रदर्शनी लगने से स्थानीय व्यापारियों के कारोबार पर असर पड़ेगा। कोरोना काल के चलते दो साल से पर्यटन कारोबार ठप रहा था, इस बार पर्यटन सीजन बेहतर होने की उम्मीद है। इसलिए इस तरह प्रदर्शनी में बाहर के स्टॉल लगने से स्थानीय व्यापारियों की बिक्री पर असर पड़ेगा।
मालूम हो कि डीएसए मैदान में कुछ दुकानें लगने के बाद सहायक निदेशक हस्तशिल्प अल्मोड़ा ने शुक्रवार देर शाम क्राफ्ट बाजार का उद्घाटन किया था। वहीं, शनिवार सुबह मल्लीताल व्यापार मंडल अध्यक्ष किशन सिंह नेगी के नेतृत्व में व्यापारियों ने मैदान में पहुंचकर विरोध दर्ज कर दिया। साथ ही वहां लग रहीं दुकानें हटवा दीं। जिसके चलते मैदान में हंगामा हो गया। हंगामा होने के दौरान भीड़ लग गई।
हंगामा देख पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामला शांत कराया। इस दौरान किशन सिंह नेगी ने कहा कि बिना व्यापारियों को विश्वास में लिए ही पालिका ने दुकान लगाने की अनुमति दे दी। ऐसे में नैनीताल के स्थानीय व्यापारियों को नुकसान हो जाएगा। जो व्यापारी सहन नहीं करेंगे।
वहीं नेहरू युवा मंडल के अध्यक्ष अनुज कुमार ने बताया कि भारत सरकार के सहयोग से यह क्राफ्ट बाजार लगाया जा रहा है, लेकिन भारत मे भारत के लोगों का ही विरोध हो रहा है। जबकि पालिका ने उनको जगह आवंटित की है। कड़ा विरोध देखकर भाजपा कार्यकर्ताओं ने इसकी शिकायत प्रशासन से की, जिसके बाद जिलाधिकारी धीराज सिंह गब्र्याल ने मामले का संज्ञान लेते हुए पुलिस प्रशासन की मदद से वहां दुकानें लगाने के आदेश दिए।
विरोध करने वाले व्यापारियों में मल्लीताल व्यापार मंडल के महासचिव त्रिभुवन सिंह फर्त्याल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष राजेश वर्मा, उपाध्यक्ष रईस खान, कोषाध्यक्ष सिदार्थ क्षेत्री समेत कई व्यापारी मौजूद रहे।