देश में 40 प्रतिशत लोग टीबी से संक्रमित, विश्व टीबी दिवस पर केजीएमयू और पीजीआई के डॉक्टरों ने किया जागरुक

देश में 40 प्रतिशत लोग टीबी से संक्रमित, विश्व टीबी दिवस पर केजीएमयू और पीजीआई के डॉक्टरों ने किया जागरुक

लखनऊ। देश में 40 प्रतिशत लोग अभी भी टीबी संक्रमण की चपेट में हैं, इसकी वजह ये है कि दवा की खुराक सही मात्रा में न लेना। डॉक्टर भी मानते हैं कि बहुत से मरीज सही मात्रा में दवाओं की खुराक नहीं लेते हैं। गुरूवार को विश्व​ टीबी दिवस की पूर्व एक दिन पहले राजधानी …

लखनऊ। देश में 40 प्रतिशत लोग अभी भी टीबी संक्रमण की चपेट में हैं, इसकी वजह ये है कि दवा की खुराक सही मात्रा में न लेना। डॉक्टर भी मानते हैं कि बहुत से मरीज सही मात्रा में दवाओं की खुराक नहीं लेते हैं। गुरूवार को विश्व​ टीबी दिवस की पूर्व एक दिन पहले राजधानी पीजीआई और केजीएयमू के डॉक्टरों ने अहम जानकारियां प्रदान की।

पीजीआई के डॉक्टरों ने कहा कि जिले स्तर पर डॉक्टरों द्वारा मरीजों में टीबी की पहचान व दवाओं की खुराक तय करने में चूक हो रही है। इसका खुलासा पीजीआई के पल्मोनरी मेडिसिन विभाग द्वारा टीबी मरीजों की स्क्रीनिंग में हुआ है। इसकी पुष्टि संस्थान की ओपीडी में आ रहे टीबी मरीजों की जांच एवं पुराने इलाज के पर्चे के आधार पर हुआ है। ओपीडी में हर हफ्ते करीब पांच मरीज इलाज व दवा की गलत खुराक वाले आते हैं। संस्थान के डॉक्टरों द्वारा इन मरीजों की दवाओं में बदलाव व सही खुराक का निर्धारण कर मरीजों को फायदा हो रहा है।

यूपी में 11 फीसदी मौत के आकड़ो में आई कमी

लखनऊ। यूपी में टीबी हार रही है। मौत के ग्राफ में कमी आ रही है। गुजरे पांच साल में करीब 11 फीसदी मौत के आंकड़ों में कमी आई है। केजीएमयू पल्मोनरी क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष डॉ. वेद प्रकाश ने बताया कि टीबी का इलाज पहले से काफी बेहतर हुआ है। नई दवाएं आई हैं। मल्टी ड्रग रजिस्टेंट की जांच में पहले हफ्तों गुजर जाते थे। अब घंटों में जांच रिपोर्ट आ रही है। समय पर बीमारी की पहचान व इलाज से मौत के आंकड़ों में कमी आई है। उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में यूपी में हर साल करीब 8400 टीबी मरीजों की मौत हो रही है।

मास्क ने रोका टीबी का प्रसार

डॉ. वेद प्रकाश ने कहा कि प्रदेश में हर साल करीब साढ़े पांच लाख लोग टीबी की जद में आ रहे हैं। कोरोना काल में टीबी संक्रमण के प्रसार में कमी आई है। लोग मास्क लगा रहे हैं। हाथों को धोने की आदत पड़ी है। इससे काफी हद तक टीबी पर काबू पाना आसान हुआ है।

टीबी के सौ से अधिक टीकों पर हो रहा शोध

केजीएमयू रेस्पीरेटरी मेडिसिन विभाग अध्यक्ष डॉ. सूर्यकांत ने बताया कि टीबी का खात्मा करने के दुनिया भर में वैक्सीन (टीके) पर शोध चल रहा है। 100 से अधिक वैक्सीन पर शोध किया जा रहा है। भारत में भी दो वैक्सीन पर शोध कार्य चल रहा है। उन्होंने बताया कि वैक्सीन के बूते हमने पोलियो व चेचक जैसी गंभीर बीमारी को हराने में कामयाबी हासिल की है। उन्होंने बताया कि आईसीएमआर ने दो टीकों पर क्लीनिकल ट्रॉयल की मंजूरी दी है।

आयुष्मान योजना से टीबी का मुफ्त इलाज

लखनऊ। आयुष्मान कार्ड धारक मरीज अब टीबी का इलाज प्राइवेट अस्पतालों में मुफ्त करा सकेंगे। वहीं हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के माध्यम से भी भर्ती टीबी मरीजों को मुफ्त इलाज मिलेगा। गुरुवार को राज्यपाल आनंदी बेन पटेल योजना की शुरुआत कर सकती है। इसके बाद टीबी रोगियों को इलाज मिलने और ज्यादा आसानी हो सकेगी।

ग्राम प्रधानों ने ठाना है-गांव को टीबी मुक्त बनाना है

लखनऊ। ग्राम प्रधानों ने भी प्रदेश को जल्द से जल्द टीबी मुक्त बनाने का संकल्प ले लिया है। इसकी शुरुआत उन्होंने अपनी ग्राम सभा से की है और उनका पूरा प्रयास है कि उनके गांव में कोई भी इस बीमारी से ग्रसित न हो । मॉल ब्लाक के अटारी ग्राम पंचायत की प्रधान संयोगिता सिंह चौहान ने कहा कि ब्लाक स्तर पर आयोजित प्रशिक्षण कार्यशाला में क्षय रोग के बारे में स्वास्थ्य विभाग द्वारा विस्तार से बताया जा रहा है। यदि किसी को दो हफ्ते से अधिक समय से खांसी आ रही है, बलगम में खून आ रहा है या बुखार बना रहता है या वजन घट रहा है तो ऐसे लोगों को तत्काल टीबी की जांच कराने की सलाह दी जाती है।

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