हल्द्वानी: कलसिया पुल की कहानी – नया नौ दिन पुराना सौ दिन

हल्द्वानी, अमृत विचार। अंग्रेजों द्वारा किए गए निर्माण कार्य आज भी मजबूती से खड़े हैं। जबकि 10 से 15 साल पुराने निर्माण कार्य जर्जर हो गए हैं। कुछ यही हाल है कलसिया नाले पर बने अंग्रेजों के जमाने के बने पुल और उसी के बराबर में बने कुछ साल पुराने पुल का है। अंग्रेजों के …

हल्द्वानी, अमृत विचार। अंग्रेजों द्वारा किए गए निर्माण कार्य आज भी मजबूती से खड़े हैं। जबकि 10 से 15 साल पुराने निर्माण कार्य जर्जर हो गए हैं। कुछ यही हाल है कलसिया नाले पर बने अंग्रेजों के जमाने के बने पुल और उसी के बराबर में बने कुछ साल पुराने पुल का है। अंग्रेजों के जमाने का पुल जहां अभी तक मजबूती के साथ खड़ा हुआ है वहीं कुछ साल पहले बने पुल में जंग लगी हुई है। बावजूद इसके अंग्रेजों के जमाने के पुल को तोड़कर यहां नया पुल निर्माण होना है, लेकिन इसके लिए अभी और कुछ माह लोगों को इंतजार करना होगा।

नैनीताल हाइवे स्थित कलसिया नाले पर वाहनों के आवागमन के लिए अंग्रेजों ने अपने समय में पुल का निर्माण किया था। आबादी बढ़ी तो पुल पर आवागमन बाधित होने लगा। इसको देखते हुए करीब 15 साल पहले लोनिवि ने इसके बराबर में पुल निर्माण किया। दोनों की तुलना आज की जाए तो अंग्रेजों के जमाने का पुल आज भी मजबूत हालत में खड़ा हुआ है।

जबकि कुछ साल पहले बने पुल के नीचे की चादर तक दरक गई है। इसके साथ उसके लोहे में जंग लगने के कारण वह गलने लगा है। स्थानीय लोगों की मानें तो अंग्रेजों के जमाने में बने पुल को यदि ठीक कर दिया जाए तो वह अभी और कई साल तक आवागमन का भार उठा सकता है। स्थानीय दुकानदार मनोहर जोशी ने बताया कि लोनिवि द्वारा बनाए गए पुल से जब वाहन गुजरते हैं तो पास बनी दुकान तक धमक पहुंचती है। दुकानदार निर्मला नेगी ने बताया कि अंग्रेजों के पुल में लगा लोहा मजबूत है। जबकि कुछ साल बने पुल का लोहा कमजोर होने लगा है। दोनों ही पुल का रखरखाव ठीक तरह से नहीं किया गया है। इसके बाद भी अंग्रेजों का पुल मजबूत लगता है।

सात माह की देरी पड़ गई भारी
कलसिया नाले पर पुल के निर्माण को पुन: होगी टेंडर प्रक्रिया
हल्द्वानी। राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-87 (नया 109) काठगोदाम-नैनीताल मार्ग पर कलसिया नाले के ऊपर पुराने पुल के पुनर्निर्माण के लिए लोगों को अभी और इंतजार करना होगा। करीब सात माह पहले हुए टेंडर के तहत ठेकेदार ने पुनर्निर्माण करने से हाथ खड़े कर दिए हैं। अब विभाग पुन: टेंडर प्रक्रिया अपनाएगा। इसके बाद ही पुल का पुनर्निर्माण शुरू हो सकेगा। लोनिवि अधिकारियों ने बताया कि जुलाई 2021 में ठेकेदार ने 2.28 लाख में पुल पुनर्निर्माण का कार्य लिया था, लेकिन इसके बाद लोहे की कीमत में भारी उछाल आया है। इस हालत में वह कार्य करना नहीं चाहता है। ठेकेदार ने इसके लिए विभाग से बजट बढ़ाने की मांग भी की, लेकिन इस पर किसी ने ध्यान नहीं दिया। अंत में ठेकेदार ने कार्य करने से हाथ खड़े कर दिए हैं। लोनिवि के सहायक अभियंता एमबी थापा ने बताया कि आचार संहिता खत्म होने के बाद पुन: टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी। इसके बाद ही पुल का पुनर्निर्माण शुरू हो पाएगा।

ट्रांसफार्मर हटा, तारों को समेटना किया शुरू
हल्द्वानी। लोनिवि द्वारा अभी भले ही पुल के पुनर्निर्माण में देरी हो, लेकिन विद्युत विभाग ने यहां कार्य करना शुरू कर दिया है। दो दिन पहले यहां पर लगे विद्युत ट्रांसफार्मर को हटा दिया गया। साथ ही यहां पर विद्युत तारों को समेटना भी विभागीय टीम ने शुरू कर दिया है।