सर्दी की सिहरन में बारिश का तड़का, रेड अलर्ट जोन में अयोध्या भी शामिल

अयोध्या। सप्ताह भर से शीतलहर के बीच शनिवार को हुई बारिश ने तड़का लगा दिया। सुबह से शुरू हुई रिमझिम बारिश देर शाम तक जारी रही। खास बात यह है कि राज्य मौसम विभाग की ओर से जारी चेतावनी के तहत रेड एलर्ट वाले जिलों में अयोध्या भी शामिल है। इसके अलावा अति शीतलहर की …
अयोध्या। सप्ताह भर से शीतलहर के बीच शनिवार को हुई बारिश ने तड़का लगा दिया। सुबह से शुरू हुई रिमझिम बारिश देर शाम तक जारी रही। खास बात यह है कि राज्य मौसम विभाग की ओर से जारी चेतावनी के तहत रेड एलर्ट वाले जिलों में अयोध्या भी शामिल है। इसके अलावा अति शीतलहर की चेतावनी भी दी गई है। लोगों को घरों में ही रहने की सलाह दी गई है। संभावना जताई गई है 30 जनवरी तक मौसम का हाल ऐसे ही बना रहेगा।
यूं तो जिले में सप्ताह भर से ही मौसम का मिजाज गड़बड़ चल रहा था। शुक्रवार शाम के बाद शीतलहर के तीखे तेवर हो गए थे। नरेंद्र देव कृषि विश्वविद्यालय के मौसम विभाग की ओर से बारिश की आशंका भी जताई गई थी। ऐसे में शनिवार भोर से ही आसमान पर बादलों का डेरा जम गया। इसके बाद रिमझिम बारिश का सिलसिला शुरू हुआ तो वह देर शाम तक चलता रहा। हालांकि बीच में दोपहर बाद कुछ देर के लिए बारिश थमी, लेकिन फिर रिमझिम फुहारें शुरू हो गईं।
बारिश की वजह से सर्दी की सिहरन में तेजी के साथ इजाफा हो गया। रिमझिम बारिश के चलते सड़कों और गलियों में कीचड़ पसर गया, जिसके चलते लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। सब्जी मंडी में कीचड़ के कारण शनिवार को कम ही रौनक रही। वहीं सड़कों पर ठेला खोमचा लगाने वालों को भी संकट उठाना पड़ा। चौक, रिकाबगंज, फतेहगंज समेत अन्य बाजारों में बारिश की वजह से सन्नाटा ही पसरा रहा। सड़कों पर यातायात अन्य दिनों की अपेक्षा कम रहा तो आवश्यक कार्यों से निकलने वाले लोगों को भीगने को मजबूर होना पड़ा।
नरेन्द्र देव कृषि विश्वविद्यालय कुमारगंज के मौसम विभाग की ओर से शनिवार को जारी पूवार्नुमान के अनुसार न्यूनतम तापमान छह डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 15 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। हवा की गति 3.2 किलोमीटर उत्तरी पूर्वी दिशा की ओर चल रही है। आगामी सप्ताह में हल्के से मध्यम बादल और कोहरा छाए रहने की संभावना जताई गई है। कहीं कहीं हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। हालांकि मौसम के बदले मिजाज के बाद ठंड के साथ गलन में भी बढ़ोतरी हुई है। नगर निगम की ओर से शनिवार दोपहर ही कई चौराहों पर लापरवाही में अलाव के लिए लकड़ियों को डाल दिया गया, लेकिन बारिश की चपेट में आकर लकड़ियां भीग गई, जिसके चलते अलाव व्यवस्था का दावा तार तार हो गया।
फुर्सत हो तो बेजुबानों को भी पूछ लीजिए
जिला प्रशासन तो चुनाव में व्यस्त ही है साथ ही स्वयं सेवी संगठन भी खामोश हैं। सड़कों पर घूमने वाले बेजुबानों की किसी को फिक्र नहीं है। जो संगठन गोरक्षक होने का दावा करते हैं वे भी सड़कों पर घूम रहे गोवंशों की चिंता नहीं है। नगर निगम भी इसे लेकर हाथ समेटे हुए है। खासकर बंदरों को ठंड से दुश्वारियां झेलनी पड़ रही है। गली मोहल्लों में बंदर समूह में सिमटे दिखाई देते हैं।
बदले मौसम से बढ़ेंगे जुकाम बुखार के मरीज
कोरोना संक्रमण के दौरान शनिवार को हुई बारिश के बाद जुकाम बुखार के मरीजों की संख्या में इजाफा हो सकता है। पहले से ही जिला अस्पताल और निजी अस्पतालों में जुकाम बुखार की मरीज लगातार आ रहे हैं। ऐसे में वायरल का प्रकोप बढ़ सकता है।
यह भी पढ़ें:-बहराइच: तेंदुआ से बचाव के लिए डीएफओ ने ग्रामीणों को सुझाए टिप्स, कही ये बड़ी बात…