बरेली: सब इंस्पेक्टर ने मिटाए सबूत, जांच में पाए गए दोषी
बरेली, अमृत विचार। आकाशवाणी के इंजीनियर की ओर से कुछ समय पहले बेटे व बहू के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। उन्होंने बेटा-बहू पर उत्पीड़न करने, मारने का प्रयास व बेघर करने का आरोप लगाया था। वहीं, मामले की जांच कर रहे सब इंस्पेक्टर आरोपियों के खिलाफ सबूत मिटाने के दोषी पाए गए हैं। …
बरेली, अमृत विचार। आकाशवाणी के इंजीनियर की ओर से कुछ समय पहले बेटे व बहू के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। उन्होंने बेटा-बहू पर उत्पीड़न करने, मारने का प्रयास व बेघर करने का आरोप लगाया था। वहीं, मामले की जांच कर रहे सब इंस्पेक्टर आरोपियों के खिलाफ सबूत मिटाने के दोषी पाए गए हैं। सीओ प्रथम ने जांच रिपोर्ट एसएसपी को सौंप दी है।
दूरदर्शन के आकाशवाणी केंद्र रामपुर में इंजीनियर के पद पर कार्यरत मोहन सिंह नयाल ने 4 जून 2021 को बेटे शिखर व बहू निधि के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बताया था कि उनका बेटा डाकघर में असिस्टेंट मैनेजर है। आरोप था कि बेटा और बहू ने ताला तोड़कर उनके घर पर कब्जा कर लिया। साथ ही मारपीट कर उन्हें बेघर कर दिया। बुजुर्ग के मुताबिक आरोपी दंपत्ति ने कई बार उनका व उनकी पत्नी कमलेश का गला दबाने का भी प्रयास किया था। शिकायत में उन्होंने बताया था कि घर जाने पर बेटा- बहू उनपर कुत्ता दौड़ाते हैं। उत्पीड़न के चलते 30 अप्रैल 2021 को उनकी पत्नी कमलेश की मौत हो गई थी।
रिपोर्ट दर्ज होने की वजह से आरोपियों ने सबूत मिटाने के लिए घर पर लगे सीसीटीवी कैमरे तोड़ दिए थे। मामला दर्ज होने के बाद जांच प्रेमनगर पुलिस के सब इंस्पेक्टर शनिदेव कर रहे थे। इंजीनियर मोहन सिंह नयाल ने विवेचक को उनके साथ हुए उत्पीड़न के सारे सबूत दिए थे। आरोप है कि सब इंस्पेक्टर शनिदेव ने आरोपियों के खिलाफ मिले सारे सबूत गायब कर दिए। साथ ही जिन धाराओं में आरोपी दंपत्ति की गिरफ्तारी की जा सकती थी, उन्हें भी हटा दिया। मामले की शिकायत दोबारा एसएसपी से की गई। जिसके बाद एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने सीओ प्रथम श्वेता यादव को जांच सौंपी। सीओ प्रथम ने बताया कि जांच के दौरान सब इंस्पेक्टर दोषी पाए गए हैं। जांच रिपोर्ट एसएसपी को भेज दी गई है।