उत्तराखंड: भेष बदल कर चुनाव में खलल डाल सकते हैं उपद्रवी, इंटेलीजेंस की रिपोर्ट में हुआ खुलासा

उत्तराखंड: भेष बदल कर चुनाव में खलल डाल सकते हैं उपद्रवी, इंटेलीजेंस की रिपोर्ट में हुआ खुलासा

हल्द्वानी, अमृत विचार। इंटेलीजेंस की रिपोर्ट है कि आगामी विधानसभा चुनाव में खलल पड़ सकता है और ये खलल डालने वाले बाहरी राज्य से रेहड़ी-ठेली वालों के भेष में उत्तराखंड में दाखिल होंगे। इंटेलीजेंस की इस रिपोर्ट के बाद पुलिस महकमा हरकत में आ गया और डीजीपी ने पूरे प्रदेश में सत्यापन अभियान चलाने के …

हल्द्वानी, अमृत विचार। इंटेलीजेंस की रिपोर्ट है कि आगामी विधानसभा चुनाव में खलल पड़ सकता है और ये खलल डालने वाले बाहरी राज्य से रेहड़ी-ठेली वालों के भेष में उत्तराखंड में दाखिल होंगे। इंटेलीजेंस की इस रिपोर्ट के बाद पुलिस महकमा हरकत में आ गया और डीजीपी ने पूरे प्रदेश में सत्यापन अभियान चलाने के निर्देश दे दिए हैं।

प्रदेश की राजधानी देहरादून समेत राज्य के हर जिले में 15 दिनों तक विशेष पुलिस सत्यापन अभियान की शुरुआत कर दी गई है। बता दें कि इसी वर्ष उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव होने हैं। चुनाव से ऐन पहले इंटेलीजेंस को इनपुट मिले हैं कि उपद्रवी विधानसभा चुनाव में खलल डालने की तैयारी कर रहे हैं। इनपुट ये है कि चुनाव में खलल डालने उत्तराखंड में रोजी-रोटी की तलाश में दाखिल होंगे और यहां रेहड़ी-ठेली वालों के भेष में रहेंगे। ऐसा ये इसलिए करेंगे, ताकि इनकी पहचान न हो सके। हालांकि इंटेलीजेंस की रिपोर्ट के बाद अब प्रदेश में हलचल मच चुकी है।

इस मामले में पुलिस मुख्यालय ने बीते मंगलवार को सभी 13 जनपदों के पुलिस प्रभारियों को लिखित आदेश जारी कर दिए हैं। डीजीपी अशोक कुमार के निर्देश पर सभी जिलों में बाहरी लोगों से पूछताछ और दस्तावेज चेक किए जा रहे हैं। नैनीताल जिले में भी यह काम तेजी से शुरू हो गया है। हालांकि इस तेजी के पीछे हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा को भी वजह माना जा रहा है। पुलिस के निशाने पर अलग-अलग शहरों और कस्बों में रेहड़ी या ठेले लगाने लोग हैं, जिनका भौतिक सत्यापन किया जा रहा है। बाहरी जनपद और गैर प्रांत से आने वाले और उत्तराखंड में अस्थायी रूप से निवास कर रहे लोगों से भी पुलिस पूछताछ कर रही है।

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