त्रिमूर्ति मंदिर में भक्तों की हर मनोकामना पूरी, 100 सालों से अटूट है भक्तों का विश्वास

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Published By Pawan Singh Kunwar
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हल्द्वानी, अमृत विचार। उत्तराखंड को देवभूमि कहा जाता है। कहते हैं ऋषि मुनियों ने सैकड़ों साल तपस्या करके इसे दिव्य भूमि बनाया है, जिसका वैभव पाने के लिए श्रद्धालु मीलों की यात्रा करके अपने भगवान के दर्शन को आते हैं। देवभूमि उत्तराखंड, जिसकी हवा में है गंगा आरती की सुगंध और शाम स्वयं में समेटे है ढेर सारी शीतलता। इन दिनों चैत्र नवरात्र चल रहे हैं। शहरों के मंदिरों में भक्तों की भीड़ लगी हुई है। कई ऐसे प्रमुख मंदिर है जहां भक्तों का अटूट विश्वास रहता है, उन्हीं में से एक त्रिमूर्ति मंदिर भी है, जो कमलुवागांजा रोड़ पर स्थित है। जहां इन दिनों भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। शुक्रवार को भी इस मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहा। यह मंदिर करीब 100 साल पुराना बताया जाता है। इस मंदिर में भक्तों की अटूट आस्था है और यह मंदिर भक्तों की आस्था का केंद्र है। 


मंदिर के पुजारी अचार्य योगेश जोशी ने बताया कि इस मंदिर में लोगों की अटूट आस्था और विश्वास है। यहां जो भी सच्चे मन से अपनी मनोकामना मांगता है, उनकी मनोकामना जरूर पूरी होती है। साथ ही उन्होंने बताया कि इस मंदिर में भगवान शिव का परिवार, राम दरबार, लक्ष्मी नारायण भगवान, हनुमान जी और विषेश भगवती देवी के नाम से यह मंदिर प्रसिद्ध है। उन्होंने कहा कि सुबह 4 बजे से ही मंदिर के द्वार खोल दिए जाते हैं और भक्तों का आना यहां शुरू हो जाता है, नवरात्रि में भक्तों की भारी भीड़ मां भगवती के दर्शन करने के लिए आ रही है।

कहां पर स्थित है त्रिमूर्ति मंदिर 
आपको बता दें कि त्रिमूर्ति मंदिर कमलुवागांजा रोड पर स्थित है और इस में मंदिर रोज सुबह 4 बजे से ही भक्त पूजा अर्चना के लिए मंदिर में पहुंचने लगते हैं। यहां भक्त हल्द्वानी शहर से ही नहीं बल्कि अन्य शहरों से भी आते हैं। नवरात्रि में यहां भक्तों की भीड़ है। इस मंदिर से भक्तों का बेहद लगाव है क्योंकि जिस भी भक्त ने यहां सच्चे मन से पूजा अर्चना की और मां भगवती से मुराद मांगी, उनकी मन्नत यहां जरूर पूरी हुई। 

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