बरेली: वसीम रिजवी की गिरफ्तारी के साथ विवादित किताब पर लगे रोक

बरेली, अमृत विचार। पैगंबर-ए-इस्लाम हजरत मुहम्मद पर विवादित किताब लिखने वाले वसीम रिजवी के खिलाफ मुस्लिम समाज में रोष है। बुधवार को मन्नानी मियां की अध्यक्षता में रजा एकेडमी ने एक बैठक का आयोजन किया। जिसमें बड़ी संख्या में अधिवक्ताओं और बुद्धिजीवियों ने हिस्सा लिया। मन्नानी मियां ने वसीम रिजवी की किताब पर पाबंदी लगाने …
बरेली, अमृत विचार। पैगंबर-ए-इस्लाम हजरत मुहम्मद पर विवादित किताब लिखने वाले वसीम रिजवी के खिलाफ मुस्लिम समाज में रोष है। बुधवार को मन्नानी मियां की अध्यक्षता में रजा एकेडमी ने एक बैठक का आयोजन किया। जिसमें बड़ी संख्या में अधिवक्ताओं और बुद्धिजीवियों ने हिस्सा लिया। मन्नानी मियां ने वसीम रिजवी की किताब पर पाबंदी लगाने की मांग की।
बैठक को संबोधित करते हुए मौलाना शाहबुद्दीन रिजवी ने कहा कि मुसलमान सब कुछ बर्दाश्त कर सकता है लेकिन अपने पैगंबर का अपमान बर्दाश्त नहीं कर सकता। उन्होनें बताया कि मुंबई से रजा एकेडमी के प्रवक्ता मौलाना मुहम्मद अब्बास रिजवी ने मुंबई के पायधुनी पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी भी दर्ज कराई है। जिसमें आरोपी की गिरफ्तारी और अपमानजनक पुस्तक पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
उन्होनें अपील करते हुए कहा कि देश का हर मुसलमान वसीम रिजवी के खिलाफ संविधान के दायरे में मुकदमा दर्ज कराये। वहीं रजा एकेडमी के सईद नूरी ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि जैसे सलमान रुश्दी की किताब पर प्रतिबंध लगा दिया गया था उसी तरह वसीम रिजवी की किताब पर भी प्रतिबंध लगा दिया जाएगा। अगर ऐसा नहीं हुआ तो सड़कों पर उतरा जाएगा। इस दौरान मौलाना सिराज रजा, प्रिंस तहसीन मिल्लत, इंजीनियर शोएब रजा ने भी सभा को संबोधित किया।