रामपुर: गवाह नहीं पहुंचने पर सुनवाई टली, 9 दिसंबर को होगी सुनवाई

रामपुर, अमृत विचार। सूबे के चर्चित कारतूस कांड की सुनवाई एडीजे द्वितीय की कोर्ट में चल रही है। मंगलवार को गवाह के नहीं आने के कारण सुनवाई टल गई। अब इस मामले में अगली सुनवाई 9 दिसंबर को होना है। गवाह के पहले ही वारंट जारी हो चुके हैं। गौरतलब है कि 26 अप्रैल 2010 …
रामपुर, अमृत विचार। सूबे के चर्चित कारतूस कांड की सुनवाई एडीजे द्वितीय की कोर्ट में चल रही है। मंगलवार को गवाह के नहीं आने के कारण सुनवाई टल गई। अब इस मामले में अगली सुनवाई 9 दिसंबर को होना है। गवाह के पहले ही वारंट जारी हो चुके हैं।
गौरतलब है कि 26 अप्रैल 2010 को एसटीएफ की टीम ने राम रहीम पुल के पास से पीएसी के रिटायर्ड दरोगा यशोदा नंदन और सीआरपीएफ के हवलदार विनोद और विनेश पासवन को गिरफ्तार किया था।
उनके कब्जे से एसटीएफ ने 1.75 लाख रुपये नकद मैग्जीन, एसएलआर, नाइन एमएम पिस्तल और मोबाइल बरामद किए थे। इनकी निशानदेही पर एसटीएफ ने झांसी, मुरादाबाद, बनारस, बस्ती, मऊ, बिहार, झारखंड, छतीसगढ़, इलाहाबाद, बाराबंकी, कानपुर के आरमर व सिविलयन को गिरफ्तार किया था। कारतूस सप्लायर आशीष उर्फ नेता को भी पुलिस ने पकड़ लिया था। एसटीएफ की विवेचना में यह बात सामने आई थी कि जो कारतूस बरामद हुए थे। वह नक्सलियों को सप्लाई होते थे। गिरफ्तारी के समय प्रदेश में बसपा की सरकार थी। वहीं मुख्य आरोपी पीएसी के रिटायर्ड दरोगा की मौत हो चुकी है।
अभियोजन की ओर से कोर्ट में चार गवाहों को अभी तक पेश किया जा चुका है। लगातार एडीजे द्वितीय की कोर्ट में सुनवाई चल रही है। एडीजीसी रामौतार सैनी ने बताया कि एसटीएफ के हेड मोर्रिर के नहीं आने के कारण सुनवाई टल गई। अब इस मामले में 9 दिसंबर को सुनवाई होना है।