बरेली: बहू के भाई ने साथियों के साथ दिया था दोहरे हत्याकांड को अंजाम

बरेली, अमृत विचार। बेटे के नशेड़ी होने पर पिता ने 30 बीघा जमीन की वसीहत बहू के नाम कर दी। इसकी जानकारी जब बेटे और उनके रिश्तेदारों को हुई तो वह विरोध करने लगे। इस पर पिता ने वसीहत बदलने की बात की। इसकी जानकारी बहू के भाई को हुई तो उसने अपने साथियों के …
बरेली, अमृत विचार। बेटे के नशेड़ी होने पर पिता ने 30 बीघा जमीन की वसीहत बहू के नाम कर दी। इसकी जानकारी जब बेटे और उनके रिश्तेदारों को हुई तो वह विरोध करने लगे। इस पर पिता ने वसीहत बदलने की बात की। इसकी जानकारी बहू के भाई को हुई तो उसने अपने साथियों के साथ मिलकर उसके ससुर की गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक के दोस्त ने उन्हें पहचान लिया। इसलिए उन्हें भी मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
एसपी देहात राजकुमार अग्रवाल ने रविवार को पुलिस लाइन में प्रेसवार्ता में बताया कि 3 अक्टूबर की सुबह खगाई नगर के पास 2 लोगों के शव मिले थे। उनकी गोली मारकर हत्या की गई थी। उसमें से एक की पहचान राजेश कुमार निवासी ग्वारी गोटिया के रूप में हुई थी। जबकि वहीं के रहने वाले दूसरे मृतक रोहिताश कुमार उनके दोस्त थे।
पुलिस ने पीड़ित परिवार की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच की तो पता चला कि राजेश का बेटा नशे का आदी था। वह नशे में अपनी जमीन बर्बाद न कर दे, इसलिए राजेश ने अपनी 30 बीघा जमीन की वसीहत पुत्रवधू रचना के नाम कर दी। इसकी जानकारी जब राजेश के बेटे और ससुरालवालों को लगी तो उन्होंने विरोध किया और जमीन की वसीयत कैंसिल कराने के लिए कहा। इस पर राजेश मान गए।
इधर, इसकी जानकारी होने पर रचना के भाई सूर्य प्रताप सिंह ने अपने साथियों के साथ मिलकर राजेश की हत्या की साजिश रच डाली। सूर्या ने अपने साथियों के साथ 2 अक्टूबर की रात राजेश और उसके दोस्त रोहिताश का पीछा किया। खंगाई नगर के पास कार से उनकी बाइक में टक्कर मार दी। इसके बाद हमलावरों ने राजेश की गोली मारकर हत्या कर दी क्योंकि रोहिताश ने उन्हें पहचान लिया था। इसलिए आरोपियों ने रोहिताश की भी गोली मारकर हत्या कर दी।
पुलिस ने इस मामले में सूर्य प्रताप सिंह के साथ शंकरलाल निवासी फैजुल्ला नवाबगंज, बिलाल पुत्र साजिद निवासी शेरगढ़, लविश पुत्र रोशनलाल निवासी देवरनिया, सोनू पुत्र ओमप्रकाश निवासी केशवपुर, मनोज कुमार पुत्र मंगल सिंह निवासी मकनपुर, प्रशांत पुत्र राजेश निवासी महादेवपुर बहेड़ी को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास से तमंचा भी बरामद हो गया है। पुलिस ने सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
पुलिस को गुमराह करने को रखा था तमंचा
आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए रोहिताश के सिर में गोली मारकर उसकी हत्या कर दी और फिर उसे आत्महत्या दिखाने के लिए मौके पर तमंचा रख दिया लेकिन पुलिस को मृतक की अंगुलियों पर ब्लैकनिंग नहीं मिली जो आत्महत्या के मामले में आ ही जाती है।
भाई बोला, बहन के चरित्र पर उठ रही थीं अंगुलियां
सूर्या ने बताया कि उसकी बहन का पति नशेड़ी था। इसको लेकर उसकी बहन के चरित्र पर कई लोग अंगुलियां उठा रहे थे। इससे उसकी सामाजिक प्रतिष्ठा पर फर्क पड़ रहा था। इसको लेकर वह परेशान था। इसलिए उसने बहन के ससुर की हत्या कर दी क्योंकि राजेश के दोस्त ने उसे पहचान लिया था। इसलिए उसे भी मारना पड़ा।
कार से किया था बहेड़ी से पीछा
हमलावरों ने कार और बाइक से उनका पीछा बहेड़ी से किया था। रात में 11 बजे के लगभग वह वापस आ रहे थे। इसके बाद आरोपियों ने मंदिर के पास कार से राजेश की बाइक पर टक्कर मारी। इसके बाद वह लोग बाइक से गिर गए और भागने लगे।
सर्विलांस ने खोला हत्यारोपियों का राज
यूं तो पुलिस शुरू से मान रही थी कि राजेश और रोहिताश की हत्या किसी करीबी ने ही की है लेकिन जब पुलिस ने रचना के भाई सूर्या के नंबर की डिटेल खंगाली तो पता चला कि वह वारदात की रात में वह कई लोगों के संपर्क में था। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।