वेस्पा स्कूटर की बंद फैक्ट्री से चोरी हो रहा लाखों का स्क्रैप

रायबरेली। जिले के सलोन में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की मंशा पर वेस्पा स्कूटर की फैक्ट्री लगाई गई थी। फैक्ट्री लगने से न केवल लोगों को रोजगार मिल रहा था बल्कि सलोन की शान भी देश में बढ़ गई थी। अचानक सन 1992 में फैक्ट्री बंद कर दी गई थी। उसके बाद फैक्ट्री में रखा …
रायबरेली। जिले के सलोन में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की मंशा पर वेस्पा स्कूटर की फैक्ट्री लगाई गई थी। फैक्ट्री लगने से न केवल लोगों को रोजगार मिल रहा था बल्कि सलोन की शान भी देश में बढ़ गई थी।
अचानक सन 1992 में फैक्ट्री बंद कर दी गई थी। उसके बाद फैक्ट्री में रखा लोहे का स्क्रैप चोरों के निशाने पर आ गया। अब तक लाखों रुपये का स्क्रैप चोरी हो चुका है। ग्रामीणों के मुताबिक 15 से 20 टन लोहा चोरी कर कानपुर की लोहा फैक्ट्रियो में बेचा जा रहा है। इसके पीछे एक बड़ा रैकेट काम कर रहा है।
वेस्पा स्कूटर फैक्ट्री आठ कि.मी. के दायरे में स्थित है। 1992-93 के दौरान फैक्ट्री के अंदर ताला लग गया। जबकि फैक्ट्री की देखरेख के लिए एक चौकीदार नियुक्त किया गया था।
2015 से गांव के इर्द गिर्द बसे चोरों की नजर फैक्ट्री पर पड़ गई। चोरियों को अंजाम देने के लिए गार्ड पर फायरिंग की गई थी। गार्ड को पुलिस सुरक्षा ना मिल पाने के कारण गार्ड फैक्ट्री छोड़कर भाग गया। इसके बाद फैक्ट्री के शटर का ताला तोड़कर अंदर रखी बेश कीमती स्कूटर और कार के पार्ट्स को बेचने का काम शुरू हो गया।
मामले की जानकारी ग्रामीणों ने कई बार पुलिस को दी घटना में शामिल कुछ लोगों को पकड़ा भी गया था, लेकिन फिर भी फैक्ट्री के अंदर चोरी की वारदात थमी नहीं है। 2018 में तत्कालीन थानेदार अनिल सिंह और वर्तमान चौकी इंचार्ज मृत्युंजय बहादुर ने वेस्पा स्कूटर फैक्ट्री में हो रही चोरियों को रोकने के लिए चोरों को गिरफ्तार किया था। लेकिन अभी भी गिरोह चलाने वाला पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।
इस पर नवागंतुक कोतवाल संजय कुमार त्यागी ने बताया कि क्षेत्र की सुरक्षा व सरकारी सम्पत्तियों की सुरक्षा स्थानीय पुलिस का कर्तव्य है।