जानिए इतिहास में दर्ज तुर्क सम्राट जलालुद्दीन अकबर के बारे में कुछ खास बातें…

आज हमारे इतिहास में पढ़ाया जाता है कि जलालुद्दीन अकबर महान था। इतिहासकार ठाकुर रामसिंह शेखावत के अनुसार देश के पहले शिक्षामंत्री मौलाना आजाद को भारतीय संस्कृति का ज्ञान नहीं था। उनके एवं उनके बाद बने मुस्लिम शिक्षामंत्रियों के इशारे पर योजनाबद्ध तरीके से इतिहास में काफी फेरबदल किया गया। रामसिंह अंग्रेज इतिहास बिनसेंट स्मिथ …
आज हमारे इतिहास में पढ़ाया जाता है कि जलालुद्दीन अकबर महान था। इतिहासकार ठाकुर रामसिंह शेखावत के अनुसार देश के पहले शिक्षामंत्री मौलाना आजाद को भारतीय संस्कृति का ज्ञान नहीं था। उनके एवं उनके बाद बने मुस्लिम शिक्षामंत्रियों के इशारे पर योजनाबद्ध तरीके से इतिहास में काफी फेरबदल किया गया।
रामसिंह अंग्रेज इतिहास बिनसेंट स्मिथ का हवाला देते हुए अपनी बात के पक्ष में तर्क देते हैं कि सारंगपुर विजय के बाद मुगल सिपहसालार आसफ खां ने जलालुद्दीन अकबर को चिट्ठी लिखी थी कि मालवा और निमाड़ को हिन्दूविहीन कर दिया गया है। इस चिट्ठी का उल्लेख स्मिथ की पुस्तक में है।
शेखावत कहते हैं कि अकबर के लिए पहली बार महान शब्द का संबोधन एक पुर्तगाली पादरी ने किया था। अकबर इतना क्रूर था कि आत्मसमर्पण करने वाले लोगों को भी मौत के घाट उतार देता था, जो इस्लाम कबूल नहीं करते थे। वे कहते हैं कि टीवी और फिल्मों में अकबर और जोधाबाई के प्रेम प्रसंग दिखाए जाते हैं, जबकि हकीकत में जोधा से अकबर की शादी ही नहीं हुई थी।
उसका भाई यानी भारमल का बेटा भूपत उसका डोला अकबर के खेमे में छोड़ गया था। शेखावत कहते हैं कि अबुल फजल ने भी एक जगह उल्लेख किया है कि जोधा को एक बार ही आगरा के महल से बाहर निकलने दिया गया, जब उसका भाई भूपत अकबर को बचाते हुए मारा गया था।
हिन्दुस्तानी परंपरा में गुरु को ईश्वर के समकक्ष माना गया है। बैरम खां न सिर्फ अकबर का संरक्षक था, बल्कि उसका गुरु भी था और उसने मुगल साम्राज्य को भारत में फैलाने में अहम भूमिका निभाई थी। मगर उसका हश्र क्या हुआ। अकबर ने बैरम खां को बुरी तरह मारा था।
बैरम खां ने जीवनभर हुमायूं की और 18 वर्ष तक अकबर की सेवा की थी। अकबर ने उसकी सुंदर पत्नी को उससे छीना और उस पर राजद्रोह के झूठे आरोप लगाए। दरअसल, बाबर, हुमायूं, अकबर, शाहजहां, औरंगजेब ने उत्तर और मध्य भारत में कत्लेआम कर भारतीय जनता को मुसलमान बनाया और उन्हें अपनों के खिलाफ ही खड़ा कर दिया था।
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