बरेली: ओवरहेड टैंक गंदे होने से दूषित पानी की हो रही सप्लाई

बरेली, अमृत विचार। शहर में नगर निगम लोगों को दूषित पानी की सप्लाई कर बीमार कर रहा है। ओवरहैड टैंकों की कई महीनों से सफाई ही नहीं की गई है। नगर आयुक्त के औचक निरीक्षण में शहर के ओवरहेड टैंकों की यह स्थिति सामने आई है। जांच में लापरवाही सामने आने के बाद नगर आयुक्त …
बरेली, अमृत विचार। शहर में नगर निगम लोगों को दूषित पानी की सप्लाई कर बीमार कर रहा है। ओवरहैड टैंकों की कई महीनों से सफाई ही नहीं की गई है। नगर आयुक्त के औचक निरीक्षण में शहर के ओवरहेड टैंकों की यह स्थिति सामने आई है। जांच में लापरवाही सामने आने के बाद नगर आयुक्त ने अधिकारियों को सभी ओवरहैड टैंकों में क्लोरिन डालने के निर्देश दिए हैं, ताकि पानी शुद्ध रहे।
शहर की आबादी 10 लाख के करीब पहुंच चुकी है लेकिन नगर निगम लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने का दम तो भर रहा है पर ओवरहेड टैंक की सफाई समय पर नहीं कर रहा है। क्लोरीन की मात्रा को लेकर भी सख्ती नहीं बरती जा रही है। कई इलाकों में पाइप लाइन तक नहीं बिछीं होने के कारण घरों में पानी ही नहीं पहुंच रहा है। आपूर्ति किए जाने वाले पानी की शुद्धता भी सवालों के घेरे में है। कई-कई महीने से ओवरहेड टैंकों की सफाई नहीं कराए जाने के कारण लोगों को दूषित पानी पीना पड़ रहा है। इससे बीमारियों के फैलने का खतरा बना हुआ है।
नगर आयुक्त अभिषेक आनंद ने मंगलवार को जलकल के महाप्रबंधक आरके यादव के साथ जुबली पार्क स्थित नलकूप का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि जलापूर्ति में डोजर द्वारा क्लोरीनेशन की व्यवस्था जारी रखी जाए। राजकीय इंटर कॉलेज नलकूप, अवर जलाशय का भी निरीक्षण कर दिशा निर्देश दिए। जलाशय में गंदगी मिलने पर उन्होंने नाराजगी जताई। सिविल लाइंस नलकूप जाकर भी देखा।
पानी के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। नगर आयुक्त ने बताया कि निरीक्षण के दौरान जलकल महाप्रबंधक को निर्देश दिए हैं कि पेयजल आपूर्ति सुचारू रूप से की जाए। नियमित रूप से क्लोरीनेशन हो। किसी तरह की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। क्लोरीनेशन की प्रगति रिपोर्ट प्रतिदिन मांगी जा रही है। गौरतलब है कि शहर के कई इलाकों में पानी की दूषित आपूर्ति होने की शिकायतें लोगों को मिल रही हैं लेकिन जलकल विभाग के अधिकारी इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं।
ओवरहेड टैंक की नियमित तौर से सफाई का काम हो रहा है। इसके लिए अब नियमित तौर से निरीक्षण होगा। जहां दूषित पानी की आपूर्ति होगी, वहां प्राथमिकता से जांच कराई जाएगी। -राजेश कुमार यादव, महाप्रबंधक, जलकल