मुरादाबाद: राशन डीलर के पति का हत्यारोपी गिरफ्तार, अन्य की तलाश में दबिश

मुरादाबाद: राशन डीलर के पति का हत्यारोपी गिरफ्तार, अन्य की तलाश में दबिश

मुरादाबाद/ भोजपुर, अमृत विचार। राशन डीलर के पति की हत्या के आरोप में भोजपुर थाना पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में उसने वारदात में शामिल होने के साथ ही चुनावी रंजिश व राशन की दुकान को लेकर चल रहे विवाद की बात कबूल की है। पुलिस ने आरोपी का चालान …

मुरादाबाद/ भोजपुर, अमृत विचार। राशन डीलर के पति की हत्या के आरोप में भोजपुर थाना पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में उसने वारदात में शामिल होने के साथ ही चुनावी रंजिश व राशन की दुकान को लेकर चल रहे विवाद की बात कबूल की है। पुलिस ने आरोपी का चालान कर दिया है। जबकि अन्य आरोपियों की तलाश में दबिश दी जा रही है

भोजपुर थाना क्षेत्र के ग्राम काफियाबाद शनिवार को हुई हत्या हुई थी। पंचायत चुनाव में मतदान से कुछ घंटे पहले काफियाबाद गांव में खूनी खेल हुआ था। गांव निवासी आशीष कुमार उस समय प्रधान थे। इस बार भी उन्होंने प्रधान पद के लिए नामांकन किया था। जबकि गांव के गोपाल सैनी ने भी प्रधान पद के लिए दावेदारी ठोकी थी। मतदान से कुछ घंटे पहले आशीष कुमार अपने समर्थकों संग गांव में घूम रहे थे।

तभी गोपाल सैनी भी उनके सामने आ गए। विवाद हो गया तो आशीष ने तमंचे से फायर कर हवाई फायर कर दिए। फायर की आवाज सुनकर गोपाल के समर्थक पूर्व प्रधान मित्रपाल व उदयपाल मौके पर आ गए। उन्होंने विरोध किया तो आशीष ने अपने समर्थकों संग ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी। फायरिंग में उदयपाल के सीने व मित्रपाल की पीठ पर गोली लग गई। गोली लगने से मित्रपाल की मौत हो गई थी।

इसी रंजिश में चार दिन पहले थाना क्षेत्र की इस्लाम नगर पुलिस चौकी से चंद मीटर की दूरी पर सुरक्षा गार्ड की ड्यूटी करके लौट रहे बाइक सवार काफियाबाद निवासी सुरेंद्र सिंह जाटव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में मृतक के पिता की तहरीर पर पुलिस ने अनीस समेत पांच लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। आरोपियों की तलाश में जुटी टीमों को मालूम हुआ कि हत्या के पीछे गांव में चल रही राशन दुकान तथा पंचायत चुनाव में हुई उदयपाल सिंह की हत्यारोपियों की मदद करना प्रमुख कारण बना।

पुलिस के अनुसार पंचायत चुनाव में गांव के गोपाल सैनी की समर्थन किया उन्हें जिताया। हत्यारोपी मृतक की पत्नी सुखलेश के नाम से चल रही राशन की दुकान को लेना चाहता था। वहीं सुरेंद्र हत्या के आरोप में जेल में बंद पूर्व प्रधान आशीष की पैरवी कर रहा था। जिस कारण अनीस ने मित्रपाल व उदयपाल के बेटे और भतीजों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी का चालान कर दिया है।