बरेली: सफाई निरीक्षक आरोपों से बरी, कर्मियों का धरना भी खत्म

बरेली, अमृत विचार। एक पार्षद को आपत्तिजनक शब्द कहने के ऑडियो में फंसे सफाई निरीक्षक विवेक कुमार के बचाव में सफाई कर्मचारी नगर निगम में धरने पर बैठे थे। प्रदर्शन के दूसरे दिन मंगलवार को मेयर डा. उमेश गौतम, नगर आयुक्त अभिषेक आनंद, अपर नगर आयुक्त श्यामलता आनंद, प्रभारी ललतेश कुमार सक्सेना के साथ चली …
बरेली, अमृत विचार। एक पार्षद को आपत्तिजनक शब्द कहने के ऑडियो में फंसे सफाई निरीक्षक विवेक कुमार के बचाव में सफाई कर्मचारी नगर निगम में धरने पर बैठे थे। प्रदर्शन के दूसरे दिन मंगलवार को मेयर डा. उमेश गौतम, नगर आयुक्त अभिषेक आनंद, अपर नगर आयुक्त श्यामलता आनंद, प्रभारी ललतेश कुमार सक्सेना के साथ चली करीब एक घंटे बैठक के बाद कर्मचारियों के गिले शिकवे दूर कर दिए गए। निरीक्षक के गुनाहों को माफ कर उन्हें फिर से चार्ज देने पर सहमति बनी। इस पर पार्षदों में गुटबाजी सामने आई। समझौते के साथ ही सफाई कर्मचारियों ने भी धरना-प्रदर्शन समाप्त कर दिया है।
वार्ड-44 मलूकपुर के पार्षद राजकुमार गुप्ता को लेकर पिछले महीने सफाई निरीक्षक (एसआई) विवेक कुमार का ऑडियो वायरल हुआ था। इसमें पार्षद को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी सामने आई थी। इसके बाद से ही संजय राय, कपिल कांत सहित कई पार्षद लामबंद होकर एसआई विवेक कुमार पर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। तब नगर निगम प्रशासन ने एसआई पर कार्रवाई की। इस मुद्दे को लेकर सफाई कर्मचारी और पार्षद आमने-सामने आ गए।
सफाई कर्मचारियों ने मामले की जांच कराए बगैर सफाई निरीक्षक पर कार्रवाई किए जाने का विरोध किया और नगर निगम परिसर में धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया। मंगलवार को मामला बढ़ने पर मेयर ने अधिकारियों के साथ बैठक की। दोनों पक्ष से बातचीत करने के बाद धरना समाप्त करने को कहा गया। नगर आयुक्त की तरफ से पर्यावरण अभियंता संजीव प्रधान ने सफाई कर्मचारियों के पास जाकर उनका धरना समाप्त कराया।
उधर उपसभापति संजय राय, पार्षद कपिल कांत का आरोप है कि सफाई निरीक्षक को बचाने की कोशिश हो रही है। पार्षदों का अपमान किया जा रहा है। हमारे साथी पार्षद राजकुमार गुप्ता अभी शहर से बाहर हैं, वो चार दिन बाद आएंगे, तब इस मसले पर आगे निर्णय लिया जाएगा। निरीक्षक को फिर से उसी स्थान पर तैनाती दी गई तो पार्षद भी धरना प्रदर्शन करने पर मजबूर होंगे। वहीं सफाई कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारियों का कहना है कि हमारी मांगों को मान लिया गया है इसलिए हमने धरना समाप्त कर दिया है।