बरेली: कोरोना काल में 230 करोड़ टैक्स वसूली, मंडल में जीएसटी विभाग का रिकॉर्ड

बरेली: कोरोना काल में 230 करोड़ टैक्स वसूली, मंडल में जीएसटी विभाग का रिकॉर्ड

बरेली, अमृत विचार। कोरोना काल में कारोबार डाउन होने से व्यापारी परेशान हैं। वहीं जीएसटी विभाग ने 230 करोड़ का टैक्स वसूली में मंडल में रिकॉर्ड तोड़ दिया। इस वित्तिय वर्ष में पिछले वर्ष के मुकाबले दोगुना टैक्स वसूला गया है। मंडल के चारों जिलों में सबसे अधिक गिरावट बरेली में आई है। बदायूं और …

बरेली, अमृत विचार। कोरोना काल में कारोबार डाउन होने से व्यापारी परेशान हैं। वहीं जीएसटी विभाग ने 230 करोड़ का टैक्स वसूली में मंडल में रिकॉर्ड तोड़ दिया। इस वित्तिय वर्ष में पिछले वर्ष के मुकाबले दोगुना टैक्स वसूला गया है। मंडल के चारों जिलों में सबसे अधिक गिरावट बरेली में आई है। बदायूं और शाहजहांपुर के आंकड़ों में तेजी है। वर्ष 2020 में अप्रैल से जून तक लक्ष्य का महज 75 फीसदी ही टैक्स विभाग को मिला था, जो इन तीन महीने में बढ़कर दोगुना हो गया है। अफसर वित्तीय वर्ष में टैक्स वसूली के मामले में बड़ी कामयाबी के साथ बेहतरी की उम्मीद जता रहे हैं।

कारोबार बढ़ा तो वस्तु एवं सेवा कर देने लगे लोग

बात दें वित्तीय वर्ष 2020-21 का आगाज लॉकडाउन से हुआ। इस कारण पहले सभी उद्योग व व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। उसके बाद कई महीने तक उत्पादन शुरू नहीं हो पाया। अगस्त में उद्योग चले तो उत्पादन शुरू हुआ। धीरे-धीरे कारोबार बढ़ा तो वस्तु एवं सेवा कर भी लोग देने लगे। सितंबर से टैक्स आना शुरू हो गया लेकिन इसकी दर बीते सालों के मुताबिक काफी कम रही। इस वजह से वित्तीय वर्ष समाप्त होते-होते भी उद्योग-व्यापार दम नहीं भर पाया और टैक्स वसूली के लक्ष्य से जीएसटी विभाग काफी पीछे रह गया था। मगर कोरोना की दूसरी लहर में तमाम चुनौतियों के बाद भी टैक्स वसूली के मामले में अफसरों की मुहिम रंग लाई।

लॉकडाउन में भी होती टैक्स वसूली 

वाणिज्य कर विभाग के एडिशनल कमिश्नर ग्रेड वन एमएन वर्मा ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2021-22 के मार्च से महामारी ने फिर कहर बरपाना शुरू कर दिया था। इसके चलते सरकार को एक अप्रैल को लाकडाउन लगाना पड़ा। सवा महीने बाद लाकडाउन में ढील मिली। इस बीच टैक्स वसूली की प्रक्रिया चलती रही। उनके मुताबिक लाकडाउन में सरकार ने होम डिलीवरी की छूट दी थी, जिससे विभाग में काफी टैक्स जमा होता रहा। दूसरे स्थान पर फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स (एफएमसीजी) रहा तो तीसरे स्थान पर एग्रो उत्पादों की अच्छी बिक्री हुई। उनके मुताबिक मंडल में इस साल करीब 230 करोड़ रुपये का टैक्स विभाग को मिला है।

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मंडल में टैक्स रिकवरी की स्थिति (करोड़ों में)
जिला        अप्रैल-जून 2021     अप्रैल-जून 2020
बरेली        148.74 करोड़         64.11 करोड़
पीलीभीत     16.24 करोड़         6.81 करोड़
शाहजहांपुर  45.24 करोड़         15.48 करोड़
बदायूं          18.63 करोड़          7.27 करोड़