बदायूं: इस बार जुलाई माह में ही मिल पाएंगी कक्षा एक और दो की किताबें, शासन स्तर पर टेंडर न होने से नहीं हुई है छपाई

बदायूं: इस बार जुलाई माह में ही मिल पाएंगी कक्षा एक और दो की किताबें, शासन स्तर पर टेंडर न होने से  नहीं हुई है छपाई

बदायूं, अमृत विचार। इस पर परिषदीय स्कूलों में अध्ययनरत कक्षा एक और दो के बच्चों की एनसीईआरटी की किताबों से पढ़ाई होनी है। नया शैक्षिक सत्र शुरू हुए एक माह का समय पूरा होने वाला है। लेकिन अभी तक विभाग को किताबें नहीं मिल सकी हैं। बताया जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के चलते शासन स्तर पर किताबों की छपाई संबंधी टेंडर प्रक्रिया पूरी न हो सकी है। ऐसे में जुलाई माह में ही बच्चों को नई किताबें उपलब्ध हो सकेंगी। 

जिले में 2155 परिषदीय स्कूल संचालित हैं। इन स्कूलों में कक्षा एक में प्रवेश के लिए बच्चों की नामांकन प्रक्रिया चल रही है। अब तक करीब 7 हजार से अधिक नए बच्चों का स्कूलों में प्रवेश हो सका है। इनमें करीब पांच हजार से अधिक बच्चों का कक्षा एक और में प्रवेश हुआ है। वहीं हजारों बच्चे कक्षा दो में पहले से ही नामांकित हैं। लेकिन अब तक इन बच्चों को किताबें नहीं मिल सकी हैं। बच्चे पुरानी किताबों के सहारे ही पढ़ाई कर रहे हैं। विभाग को कक्षा एक और दो की किताबें अब तक नहीं मिल सकी हैं। 

जिला समन्वयक पीसी श्रीवास्तव का कहना है कि इस बार कक्षा और दो के बच्चों की पढ़ाई एनसीईआरटी की किताबों से पढ़ाई होनी है। जिनकी अभी तक शासन स्तर पर छपाई न हो सकी है। बताते हैं लोकसभा चुनाव के चलते टेंडर प्रक्रिया अभी अधूरी है। जो कि चुनाव के बाद ही संपन्न हो सकेगी। छुट्टियों के बाद ही बच्चों को नई किताबें उपलब्ध हो सकेंगी। 

अब तक एक किताब से होती थी पढ़ाई
जिला समन्वयक ने बताया कि अब तक कक्षा एक में सिर्फ एक किताब कलरव और कार्य पुस्तिका से ही बच्चों की पढ़ाई कराई जाती थी। इसी किताब में हिंदी, अंग्रेजी, गणित और आंशिक संस्कृत बच्चे पढ़ते थे। कक्षा दो में गणित, अंग्रेजी व हिंदी की अलग-अलग किताबें बच्चों को मिलती थीं। इस बार कक्षा-एक व दो में एनसीईआरटी की किताबों से बच्चों को पढ़ाई कराई जाएगी। 

एनसीईआरटी की किताबें लागू होने पर कक्षा एक में भी कलरव के स्थान पर हिंदी, गणित और अंग्रेजी विषय की अलग-अलग किताबें बच्चों को उपलब्ध कराई जाएंगी। नई पुस्तकों के साथ कार्य पुस्तिका भी बच्चों को उपलब्ध कराई जाएगी। कार्य पुस्तिका से बच्चे अभ्यास कर विषय को जल्दी और अच्छी तरह से सीख सकेंगे।

अभी तक कक्षा एक और दो की किताबें उपलब्ध नहीं हो सकी हैं। इसके लिए पत्राचार किया गया है। किताबें उपलब्ध होते ही स्कूलों में पहुंचाई जाएंगी। जल्द ही विभाग को किताबें उपलब्ध हो जाएंगी।-स्वाती भारती, बीएसए

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