सऊदी अरब में बनाई जाएगी दुनिया की पहली वर्टिकल सिटी, सिर्फ 200 मीटर होगी चौड़ाई, जानें कितनी आएगी लागत
रियाद। सऊदी अरब दुनिया की पहली वर्टिकल सिटी बनाने जा रहा है। इस प्रोजेक्ट को ‘द लाइन’ नाम दिया गया है। इसकी लंबाई 170 किलोमीटर होगी। जबकि इसकी चौड़ाई 200 मीटर (656 फीट) होगी। इतना ही नहीं, आप इस शहर के एक तरफ से दूसरी तरफ सिर्फ 20 मिनट में पहुंच जाएंगे। क्योंकि यहां पर …
रियाद। सऊदी अरब दुनिया की पहली वर्टिकल सिटी बनाने जा रहा है। इस प्रोजेक्ट को ‘द लाइन’ नाम दिया गया है। इसकी लंबाई 170 किलोमीटर होगी। जबकि इसकी चौड़ाई 200 मीटर (656 फीट) होगी। इतना ही नहीं, आप इस शहर के एक तरफ से दूसरी तरफ सिर्फ 20 मिनट में पहुंच जाएंगे। क्योंकि यहां पर हाई-स्पीड ट्रेन चलेगी। इस शहर की ऊंचाई 500 मीटर यानी आधा किलोमीटर होगी। इसके अंदर घर के ऊपर घर बनेंगे।
Presenting a 170 km vertical city that can be travelled end to end in 20 minutes. Giving residents a convenient lifestyle within 5-minute walk neighborhoods, and communities organized in three dimensions, THE LINE is the future of urban living.#TheLINE #NEOM pic.twitter.com/fXntnKt42W
— NEOM (@NEOM) July 25, 2022
सऊदी ने द लाइन दिया है नाम
इस शहर को ‘द लाइन’ नाम दिया गया है। सऊदी अधिकारियों का कहना है कि यह परियोजना भविष्य का शहर बसाने की है। एक कार-मुक्त महानगर जो 100 फीसदी नवीकरणीय ऊर्जा पर चलेगा और अपने निवासियों को एक अधिक प्रदूषित दुनिया में स्वच्छ हवा प्रदान करेगा। इस शहर में बिजनेस के लिए दफ्तर, बच्चों के लिए स्कूल और कॉलेज, मनोरंजन के लिए पार्क भी वर्टिकल ही होंगे। सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिल सलमान ने इस प्रोजेक्ट के बारे में सबसे पहले जनवरी 2021 में खुलासा किया था कि इसे बनाने में करीब 500 बिलियन डॉलर्स यानी 39.95 लाख करोड़ रुपये की लागत आएगी। यहां पर करीब 90 लाख लोगों के रहने की व्यवस्था की जाएगी।
आकर्षक और हरा भर दिख रहा शहर
सऊदी अरब की प्रेस एजेंसी ने शहर के लिए नवीनतम डिजाइनों की एक क्लिप जारी की है। जिसमें इस शहर को एक आकर्षक, फ्यूचरिस्टिक और आश्चर्यजनक रूप से हरा-भरा दिखाया गया है। इसमें घरों की छतों पर बागीचे बने हुए हैं, जिसमें कहीं से भी देखने पर एक ही तरह का नजारा दिखेगा। अधिकारियों का कहना है कि कम से कम जमीन का उपयोग करके डिजाइन से प्राकृतिक दुनिया को भी फायदा होगा। यह शहर के निवासियों को रेगिस्तानी परिदृश्य, रॉक फॉर्मेशन और समुद्र के करीब भी रखता है।
वर्टिकल सिटी 26,500 वर्ग किलोमीटर इलाके में फैला होगा
पारंपरिक फ्लैट और फैले हुए शहरों की तुलना में यह शहर लंबवत यानी वर्टिकल ही होगा, यानी खड़ा शहर। इस शहर में सड़कें नहीं होंगी। कारें नहीं चलेंगी। उत्सर्जन नहीं होगा। इसके अलावा इसके आसपास हाई-टेक जोन का विकास किया जाएगा। ये करीब 26,500 वर्ग किलोमीटर इलाके में फैला होगा। ताकि शहर को हर तरह का सपोर्ट दिया जा सके। अगर सबकुछ सही रहा तो यह शहर साल 2025 तक बनकर तैयार हो जाएगा।
ये भी पढ़ें : किम जोंग उन ने अमेरिका-दक्षिण कोरिया को दी युद्ध की धमकी, कहा- उत्तर कोरिया परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करने को तैयार