नम आंखों से धरतीपुत्र का अंतिम संस्कार, अखिलेश ने दी मुखाग्नि, ‘नेताजी अमर रहे’ के नारों से गूंजा सैफई

नम आंखों से धरतीपुत्र का अंतिम संस्कार, अखिलेश ने दी मुखाग्नि, ‘नेताजी अमर रहे’ के नारों से गूंजा सैफई

इटावा। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव का अंतिम संस्कार आज (मंगलवार) उनके पैतृक आवास इटावा के सैफई में राजकीय सम्मान के साथ किया गया। अखिलेश यादव ने पिटा मुलायम सिंह यादव को मुखाग्नि दी। अंतिम संस्कार में रक्षा मंत्री, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, एक्टर अभिषेक बच्चन, बाबा …

इटावा। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव का अंतिम संस्कार आज (मंगलवार) उनके पैतृक आवास इटावा के सैफई में राजकीय सम्मान के साथ किया गया। अखिलेश यादव ने पिटा मुलायम सिंह यादव को मुखाग्नि दी। अंतिम संस्कार में रक्षा मंत्री, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, एक्टर अभिषेक बच्चन, बाबा रामदेव सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए। इस दौरान ‘नेताजी अमर रहे’ के नारों से सैफई गूंज उठा। वहीं उनके अमतिम दर्शन के लिए लोगों का हुजूम उमड़ा।

तेलुगु देशम पार्टी के अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने उत्तर प्रदेश के सैफई में पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह को अंतिम सम्मान दिया।

 

मुलायम सिंह का सोमवार को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में 82 साल की उम्र में निधन हो गया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को सैफई जाकर सपा संरक्षक को श्रद्धांजलि अर्पित की। मुलायम सिंह के निधन पर उत्तर प्रदेश में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है।

माजवादी पार्टी (सपा) के संस्थापक और उत्तर के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव (82) का सोमवार की सुबह हरियाणा के गुरुग्राम स्थित मेदांता अस्पताल में निधन हो गया और शाम को उनका पार्थिव शरीर मेदांता से करीब 311 किलोमीटर की दूरी तय करके यमुना एक्सप्रेसवे के रास्ते एक बड़े काफिले में उनके पैतृक गांव सैफई लाया गया। उनकी कोठी में देर रात तक श्रद्धा सुमन अर्पित करने वालों का तांता लगा रहा।

परिवार के लोग मंगलवार की सुबह मुलायम सिंह यादव (नेता जी) के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक आवास से मेला ग्राउंड के लिए एक रथ पर लेकर रवाना हुए। रथ पर मुलायम के पुत्र और सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव समेत परिवार के सदस्य सवार थे। रथ के मेला ग्राउंड में पहुंचने पर वहां माहौल गमगीन हो गया।

इस बीच ‘‘नेता जी अमर रहें’’ और ‘‘जब तक सूरज चांद रहेगा, मुलायम तेरा नाम रहेगा’’ जैसे कई नारे गूंजते रहे। सपा के एक प्रमुख नेता ने बताया कि मुलायम सिंह यादव को सैफई के मेला ग्राउंड में अपराह्न करीब तीन बजे मुखाग्नि दी गई।

अखिलेश यादव के अलावा उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव, प्रोफेसर राम गोपाल यादव समेत परिवार के कई सदस्य नजर आए। परिवार के सदस्यों ने सबसे पहले पुष्प चक्र अर्पित कर नेता जी को अंतिम विदाई दी। पूर्व सांसद डिंपल यादव समेत परिवार की महिलाएं भी मौजूद थीं। भाजपा सांसद रीता बहुगुणा जोशी, विधानसभा में पूर्व नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी, पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य समेत सपा के कई नेताओं ने भी यादव के अंतिम दर्शन कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।

अपने समर्थकों के बीच हमेशा ‘‘नेता जी’’ के नाम से मशहूर मुलायम सिंह यादव बीमार होने के बावजूद कभी सियासी फलक से ओझल नहीं हुए। उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के सैफई गांव में एक किसान परिवार में 22 नवंबर 1939 को जन्मे मुलायम सिंह यादव ने राज्य का सबसे प्रमुख सियासी कुनबा भी बनाया। यादव 10 बार विधायक रहे और सात बार सांसद भी चुने गए। वह तीन बार (वर्ष 1989-91,1993-95 और 2003-2007) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और 1996 से 98 तक देश के रक्षा मंत्री भी रहे। एक समय उन्हें प्रधानमंत्री पद के दावेदार के तौर पर भी देखा गया था। यादव के पुत्र और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी (2012-2017) तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं।

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