शादी का झांसा देकर फंसाया, मांगी पांच लाख की रंगदारी, दो युवतियां गिरफ्तार

शादी का झांसा देकर फंसाया, मांगी पांच लाख की रंगदारी, दो युवतियां गिरफ्तार

मुरादाबाद,अमृत विचार। शादी का झांसा देकर भोले-भाले लोगों को फंसा कर रंगदारी मांगने वाले गैंग की दो युवतियों को थाना सिविल लाइंस पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उनके चार साथी मौका पाकर फरार हो गए। पुलिस ने दोनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। आरोपियों के पास से दो-दो आधार कार्ड भी बरामद …

मुरादाबाद,अमृत विचार। शादी का झांसा देकर भोले-भाले लोगों को फंसा कर रंगदारी मांगने वाले गैंग की दो युवतियों को थाना सिविल लाइंस पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उनके चार साथी मौका पाकर फरार हो गए। पुलिस ने दोनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। आरोपियों के पास से दो-दो आधार कार्ड भी बरामद हुए हैं, जो नाम-पते बदलकर बनवाए गए थे। दोनों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।

एएसपी सिविल लाइंस अनिल कुमार यादव ने शनिवार को थाने में मामले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि मोहल्ला भालेभाज खां सराय तरीन, थाना हयात नगर, जनपद संभल निवासी सचिन कुमार शर्मा पुत्र प्रमोद कुमार की आग से जल जाने की वजह से शादी होने में दिक्कत थी।

शाहजीपुरा सराय तरीन निवासी गुडबाड व मोहल्ला भालेभाज निवासी विष्णु शर्मा, मोहल्ला आंबेडकर गेट, हयातनगर, संभल निवासी गौरव ने सचिन की शादी कराने को कहा था। नौ जुलाई को तीनों उसे अपने साथ रामगंगा विहार फेज-2 पानी की टंकी के पास मकान में लेकर पहुंचे। वहां पर उन्होंने शादी के लिए लड़की दिखाई।

इस बीच दोनों के बीच नंबरों का आदान-प्रदान हो गया और व्हाट्सएप पर बातें होने लगीं। युवती की छोटी बहन बनी सृष्टि पुत्री सतीश राम निवासी दरियापुर थाना सिंभावली, हापुड़ हाल निवासी रामगंगा विहार फेज-2 ने सचिन को मुरादाबाद बुलाया। 14 जुलाई को सचिन साथी दुर्गेश कुमार गुप्ता पुत्र नवल किशोर को लेकर रामगंगा विहार पहुंचा। जहां पर सृष्टि व शादी करने वाली समां परवीन पत्नी शमीमउल्लहक निवासी जहांगीर पुरी, दिल्ली मिलीं।

सृष्टि ने सचिन को जीजा कह कर कमरे में बुलाया। उसके बाद वह सचिन के साथ अश्लील हरकतें करने लगी और कमरे का दरवाजा बंद कर लिया। इस दौरान दोनों युवतियों ने फोन कर चार युवकों को मौके पर बुला लिया। उन्होंने बहन के साथ छेड़खानी का आरोप लगाते हुए पांच लाख रुपये रंगदारी की मांग की।

रंगदारी न देने पर दुष्कर्म के मामले में फंसाने की धमकी दी। रकम देने का वादा कर किसी तरह सचिन वहां से छूट आया। 14 जुलाई को उसने पुलिस को पूरे मामले से अवगत कराया। पुलिस ने दबिश देकर दो युवतियों को पकड़ लिया, जबकि चार युवक मौका पाकर फरार हो गए। तहरीर पर पुलिस ने युवतियों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली है।

शादी का झांसा देकर लोगों को फंसाने वाले गैंग की मिल रही थीं शिकायतें
एएसपी यादव ने बताया कि शादी का झांसा देकर भोले-भाले लोगों को फंसाकर रुपये की मांग करने वाले गैंग की पुलिस को काफी दिनों से शिकायतें मिल रही थीं। गैंग रामगंगा विहार में किराये पर मकान लेकर रह रहा था।

पकड़ी गई युवतियां नाम-पता बदलवाकर फर्जी आधार कार्ड बनवाकर किराये पर रह रही थीं। आधार कार्ड में श्रष्टी ने अपना नाम पूजा व समां ने पायल करवाया हुआ था। यह गैंग मुरादाबाद के अलावा हापुड़ व दिल्ली में भी इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम दे चुका है।

मोबाइल नंबरों से अन्य सदस्यों का लगेगा पता
पुलिस दबिश के दौरान मौका पाकर गैंग के चार सदस्य फरार हो गए, लेकिन वह लगातार युवतियों के टच में थे। लगातार युवतियों से उनकी बातचीत हो रही थी। पुलिस मोबाइल नंबरों के माध्यम से गैंग के अन्य आरोपियों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।

कोविड महामारी ने छीना रोजगार, अपना लिया गलत रास्ता
अलग-अलग जगह की रहने वाली श्रष्टी व समां परवीन की दोस्ती दिल्ली स्थित यूनिसेक्स सैलून में काम करने के दौरान हुई थी। कोविड महामारी के चलते दोनों की नौकरी छूट गई। जिसके बाद आजीविका चलाने के लिए दोनों ने गलत रास्ता चुन लिया। श्रष्टी ने बताया कि फरार आरोपियों से उनकी बात फोन पर हुई थी।

उन्होंने सचिन को शादी के झांसे में फंसाने के काम के 25-25 हजार रुपये बतौर वेतन देने को कहा था। दोनों युवतियां एक जुलाई को मुरादाबाद पहुंची थीं। समां ने बताया कि वह शादीशुदा है। चार साल पहले उसे पति ने छोड़ दिया था।

टीम में ये रहे मौजूद
प्रभारी निरीक्षक सिविल लाइन सहंसर वीर सिंह, अपराध निरीक्षक गजेंद्र त्यागी, एसआइ सुनील कुमार, कांस्टेबल नीरज, कोमल, मीनाक्षी आदि।