तेलंगाना मुक्ति दिवस: अमित शाह बोले- मुक्ति आंदोलन की कहानी को नई पीढ़ी तक पहुंचाना है
हैदराबाद। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हैदराबाद के परेड ग्राउंड में तेलंगाना मुक्ति दिवस समारोह में भाग लिया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी तेलंगाना मुक्ति दिवस समारोह में शामिल हुए। अमित शाह ने कहा कि इस क्षेत्र में ये मांग थी …
हैदराबाद। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हैदराबाद के परेड ग्राउंड में तेलंगाना मुक्ति दिवस समारोह में भाग लिया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी तेलंगाना मुक्ति दिवस समारोह में शामिल हुए।
अमित शाह ने कहा कि इस क्षेत्र में ये मांग थी कि हैदराबाद मुक्ति दिवस को सरकार की अनुमोदना के साथ मनाया जाए। मगर दुर्भाग्य की बात है कि 75 साल चले गए, जिन्होंने यहां पर शासन किया उन्होंने वोटबैंक की राजनीति के कारण हैदराबाद मुक्ति दिन मनाने का साहस नहीं किया। वादे तो अनेक लोगों ने किया मगर सत्ता पर आते ही रजाकारों के डर से पलट गए। आज मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बधाई देना चाहता हूं, जिन्होंने निर्णय किया कि हैदराबाद मुक्ति दिवस को मनाया जाएगा और मुझे आनंद है इस बात का, जैसे ही मोदी जी ने घोषणा की, अब सब लोग हैदराबाद मुक्ति दिन मनाते हैं।
तेलंगणा, हैदराबाद-कर्नाटक आणि मराठवाडा भागातील जनतेला ‘हैदराबाद मुक्ती दिना’च्या शुभेच्छा.
हैदराबाद संस्थानचे भारतात विलीनीकरण करण्यासाठी क्रूर निजाम राजवटीत रझाकारांच्या अत्याचाराविरुद्ध पराक्रमाने लढणाऱ्या शहीदांना आणि शूर योद्ध्यांना मी, नमन करतो. pic.twitter.com/qqjkIp9QO2
— Amit Shah (@AmitShah) September 17, 2022
आज हैदराबाद मुक्ति दिन मनाने का उद्देश्य स्पष्ट है कि इस मुक्ति आंदोलन की कहानी को नई पीढ़ी तक पहुंचाना है। मुक्ति संग्राम के नामी-अनामी अनेक योद्धाओं और शहीदों को जनमानस में पुनर्जीवित करके नई पीढ़ी को देश भक्ति की लौह जगानी है।
Union Home Minister and Minister of Cooperation Shri @AmitShah addresses Hyderabad Liberation Day celebrations in Hyderabad, Telangana. https://t.co/jHbzIVbxGG
— BJP (@BJP4India) September 17, 2022
बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तेलंगाना, हैदराबाद-कर्नाटक और मराठवाड़ा के लोगों को हैदराबाद मुक्ति दिवस की शनिवार को बधाई दी और भारत संघ में क्षेत्र के विलय के लिए रजाकारों के अत्याचारों के खिलाफ साहसी लड़ाई लड़ने के लिए उनकी सराहना की।
हैदराबाद राज्य निजाम शासन के अधीन था और तत्कालीन गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल द्वारा शुरू की गई सैन्य कार्रवाई के बाद तत्कालीन हैदराबाद का 17 सितंबर, 1948 को भारत में विलय किया गया था। भारत में इसका विलय कराने के लिए ऑपरेशन पोलो नाम से अभियान चलाया था, जो 1948 मे आज ही के दिन समाप्त हुआ था।
तेलंगणा, हैदराबाद-कर्नाटक आणि मराठवाडा भागातील जनतेला ‘हैदराबाद मुक्ती दिना’च्या शुभेच्छा.
हैदराबाद संस्थानचे भारतात विलीनीकरण करण्यासाठी क्रूर निजाम राजवटीत रझाकारांच्या अत्याचाराविरुद्ध पराक्रमाने लढणाऱ्या शहीदांना आणि शूर योद्ध्यांना मी, नमन करतो. pic.twitter.com/qqjkIp9QO2
— Amit Shah (@AmitShah) September 17, 2022
शाह ने ट्वीट किया, तेलंगाना, हैदराबाद-कर्नाटक एवं मराठवाड़ा क्षेत्र के लोगों को हैदराबाद मुक्ति दिवस की शुभकामनाएं। मैं उन शहीदों एवं बहादुर योद्धाओं को नमन करता हूं, उन्होंने हैदराबाद के भारत संघ में विलय के लिए निर्दयी निजाम शासन के दौरान रजाकारों के अत्याचारों के खिलाफ बहादुरी से लड़ाई लड़ी।
केंद्र सरकार हैदराबाद मुक्ति दिवस पर सिकंदराबाद में शनिवार को एक कार्यक्रम आयोजित कर रही है, जिसमें गृह मंत्री मुख्य अतिथि हैं। रजाकार एक निजी सेना (मिलिशिया) थी, जिसने हैदराबाद में तत्कालीन निजाम शासन का बचाव किया था और हिंदुओं पर अत्याचार किया था। जब भारत को स्वतंत्रता मिली, तो रजाकारों ने भारत संघ में हैदराबाद के विलय का विरोध किया था।
ये भी पढ़ें : PM Modi का 72वां जन्मदिन आज, राहुल गांधी ने दी बधाई, CM योगी ने बताया- एक भारत श्रेष्ठ भारत का शिल्पकार