public shame
उत्तर प्रदेश  बरेली 

बरेली: बेटियों के साथ कैसा न्याय, लोकलाज की चिंता या लालन-पालन का बोझ

बरेली: बेटियों के साथ कैसा न्याय, लोकलाज की चिंता या लालन-पालन का बोझ बरेली, आसिफ अंसारी। शहर से लेकर देहात तक नवजात बच्चियों को फेंकने का सिलसिला थम नहीं रहा है। कोई बिन ब्याही मां लोकलाज के कारण तो कोई मां बच्ची का जन्म होने पर उसके लालन-पालन को बोझ समझते हुए फेंक देती है। घटनाओं की बात करें तो दो साल में पांच बच्चियां जीवित अवस्था में …
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